पुणे. मेट्रो रेल परियोजना (Metro Rail Project) को गरवारे कॉलेज मेट्रो स्टेशन पार्किंग के लिए एरंडवणा स्थित अमिनिटी स्पेस (Aminity Space) की करीब 618.27 वर्ग मीटर जगह 30 वर्षे कालावधी के लिए महामेट्रो को ट्रांसफर करने के लिए स्थायी समिती (Standing Committee) द्वारा मंजूरी दी गई। ऐसी जानकारी स्थायी समिति के अध्यक्ष (Chairman) हेमंत रासने (Hemant Rasne) ने दी।
4 करोड़ 57 लाख है किमत
स्थायी समिति के अध्यक्ष हेमंत रासने ने कहा कि इस निर्णय से पुणे महानगरपालिका को मेट्रो परियोजना में जो वित्तिय हिस्सा देना था, उसमें से करीब 4 करोड़ 57 लाख कम हो जाएंगे। क्योंकि जगह की उतनी किमत है। साथ ही मालिकाना हक के तौर पर महानगरपालिका को सालाना 1 रुपया काकिराया मेट्रो द्वारा महानगरपालिका को अदा किया जाएगा। रासने ने आगे कहा कि, ‘कर्वे रोड के समीप एरंडवणा परिसर में पुणे महानगरपालिका या निजी मालिकों का एक भी पार्किंग नहीं है। इस परिसर में एसएनडीटी कॉलेज, गरवारे महाविद्यालय, सह्याद्री हॉस्पिटल ऐसे भीड़वाले इलाके होने के कारण यहां पार्किंग को लेकर असुविधा होती है। इसी जगह पर अगर बहुमंजीला पार्किंग बनाया जाता है तो उससे नागरिकों को सुविधा हो जाएगी।
सीसीटीव्ही यंत्रणा लगाने की भी मंजूरी
कसबा विधानसभा चुनाव क्षेत्र के दायरे में आनेवाले फरासखाना पुलिस स्टेशन, मंडई पुलिस चौकी, सेनादत्त पुलिस चौकी इन परिसर के अंतर्गत इलाके में सार्वजनिक जगहों पर सुरक्षा के तौर पर उपाय योजना के लिए सीसीटीवी लगाए जाएंगे। उसके लिए करीब 96 लाख 71 हजार की लागत आएगी। इससे संबधित प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। इस बारे में रासने ने कहा कि इस परियोजना के लिए महानगरपालिका के विद्युत विभाग को आवश्यक मंजूरी दी गई है। करीब 47 कैमरे लगा दिए जांएगे। साथ ही इसमें और भी कई तकनीकी चीजों का समावेश है। रासने ने आगे कहा कि मंडई, अप्पा बळवंत चौक, तुळशीबाग, लक्ष्मी रस्ता, सदाशिव पेठ, शनिवार पेठ, शुक्रवार पेठ, नारायण पेठ, शास्त्री रस्ता, नवी पेठ इन इलाकों में काफी भीड़ होती है। साथ ही यहां पर ज्यादा लोग बाजार करने के लिए आते है। इसलिए यह यंत्रणा लगाने की वजह से लोगों की सुरक्षा हो जाएगी।
ब्लैक फंगस के दवा के लिए भी मंजूरी
ब्लैक फंगस जैसी जन्य बिमारियों के लिए आवश्यक एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन वपोसॅकोनाझोल 100एमएजी टॅबलेट खरीदने के लिए मंजूरी दी गई है। इसके लिए 45 लाख की लागात जाएगी। इससे संबंधित प्रस्ताव को भी स्थायी समिति ने मंजूरी दी है। एक पेशंट के लिए 50 से 100 इंजेक्शन दिए जाते है साथ ही 30 टैबलेट दी जाती है। जहां ये दवा पेशंट को मुफ्त दी जाएगी, इसे भी स्थायी समिति ने मंजूरी दी है।