Former Deputy Mayor Dr. Siddharth Dhende

  • पूर्व उपमहापौर डॉ. सिद्धार्थ धेंडे की मनपा कमिश्नर से मांग

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पुणे. कोरोना संकट ((Corona Crisis) ने लोगों की अर्थव्यवस्था को हिला दिया है। ईमानदार नियमित आयकर दाताओं (Tax Payers) पर 11 प्रतिशत कर वृद्धि (Tax Increase) को लागू करना गलत होगा। 

रिपाई (RPI ) ने इस कर वृद्धि का विरोध किया है। पूर्व उपमहापौर डॉ. सिद्धार्थ धेंडे (Former Deputy Mayor Dr. Siddharth Dhende) ने इस बारे में पुणे महानगरपालिका कमिश्नर (Pune Municipal Commissioner) को पत्र (Letter) देकर बढ़ोतरी ना करने की मांग की है। 

5500 करोड़ की बकाया राशि वसूले 

इस बारे में धेंडे ने कहा कि कोरोना संकट ने लोगों की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है। ईमानदार नियमित आयकर दाताओं पर 11 प्रतिशत कर वृद्धि को लागू करना गलत होगा। नगरपालिका प्रशासन ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए टैक्स में 11 प्रतिशत कर वृद्धि का प्रस्ताव किया है।  इसमें से पीएमसी की आय में 130 करोड़ की वृद्धि अपेक्षित है। ‘अभय योजना’ उन लोगों के लिए 75 प्रतिशत छूट लागू कर रही है जो वर्षों से पीएमसी आयकर के बकाया में हैं। पिछले 3 महीनों में निगम ने 50 लाख रुपए तक के बकाया वाले लोगों को लगभग 175 करोड़ रुपए की छूट देकर बकाया राशि 370 करोड़ रुपए एकत्र की है। हजारों गैर-कर योग्य गुणों को खोजने से पीएमसी की आय में वृद्धि होगी। 

 प्रस्तावित टैक्स बढ़ोतरी को रद्द किया जाए

डॉ. सिद्धार्थ ढेंडे ने आगे कहा कि कहा कि प्रशासन द्वारा सुझाए गए आयकर में वृद्धि को स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। इसके बजाय मोबाइल कंपनियों, आईटी, आईटीईएस कंपनियों सहित कुल आयकर बकाया 5,550 करोड़ रुपए है। इसलिए हमारी मांग है कि इस बकाया की वसूली की जाए। साथ ही प्रस्तावित टैक्स बढ़ोतरी को रद्द किया जाना चाहिए।