love marriage
प्रेमविवाह (प्रतीकात्मक तस्वीर)

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-सीमा कुमारी  

अरेंज मैरिज या लव मैरिज दोनों में क्या बेहतर है? इस सवाल का जवाब हर व्यक्ति के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है. भारत में अरेंज मैरिज के फायदे  बताकर इसके लिए ज्यादा प्रोत्साहित किया जाता है. कोई भी व्यक्ति या तो उससे शादी करता है जिससे वह प्यार करता है या फिर उससे जिसे उसके परिवार के लोग चुनते हैं. भारत में अरेंज मैरिज काफी आम प्रथा है. हमारे समाज में प्रत्येक दूसरा व्यक्ति अरेंज मैरिज से सहमत होता है खासतौर पर महिलाएं. चलिए जानते हैं इसके बारे में…

जज ना करे, एक-दूसरे को समझें: आपको ये समझने की जरूरत है कि एक-दूसरे को जानने का मौका शादी के बाद ही मिलता है. शादी से पहले की बेफ़िक्री और मौज-मस्ती पर अब ज़िम्मेदारियों का बोझ आ गया है जिसको संभालने की जरूरत है. ऐसे में आप पार्टनर के बदलाव को जज ना करके उसको समझें और अपनी पत्नी को भी समझाने की कोशिश करें. इससे आप दोनों जल्द ही एक-दूसरे को समझ सकते हैं.

अपने पार्टनर को समय दें: लव मैरिज में आप पहले से एक-दूसरे से मिले होते हैं और एक-दूसरे को जानते हैं, लेकिन अरेंज मैरिज में आप दोनों ही एक-दूसरे के लिए अनजान होते हैं. अगर आप अपने पार्टनर को समय नहीं दे रहे हैं तो ये काम और भी मुश्किल हो जाता है. एक दूसरे को जानने के लिए बातें करना जरूरी है और बातें करने के लिए एक-दूसरे को समय देना.

अपने पार्टनर से जुड़ी चीजों में दिखाएं दिलचस्पी: पति-पत्नी दोनों को अपनी आदतों में सुधार लाना होगा. पत्नी की छोटी सी दुनिया में कदम रखना है तो आपको अपनी आदतों में कुछ चीजों को शामिल करना होगा. अपने पार्टनर से जुड़ी चीजों में दिलचस्पी दिखाना होगा. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका रिश्ता नीरस हो जाएगा. अरेंज मैरिज के बाद रिश्ते में नई राहें बनाना जरूरी है. क्योंकि आप पहले से एक दूसरे को नहीं जानते हैं. ऐसे में अपने जीवन को आप कैसे आगे बढ़ाना चाहते हैं. इसके बारे में आपको योजना बनानी होगी.

शिकायत करने की बजाय चीजों को समझें: अरेंज मैरिज में जिम्मेदारियां और उम्मीदें अधिक होती हैं, साथ ही दोनों पार्टनर पर रिश्ते को संभालने का दबाव भी ज्यादा होता है. आपका साथी आपकी हर एक पसंद और नापसंद को साझा कर पाए, ऐसा जरूरी नहीं है. उसके परिवार और आपके मूल्यों में फर्क हो सकता है. ऐसे में शिकायत करने की बजाय चीजों को समझें.