केजरीवाल का नया तमाशा, खाना चाहते अन्ना का तमाचा

    Loading

    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को न जाने क्या सूझी जो उन्होंने अपने गुरू अन्ना हजारे के बारे में कहा कि वह उनका बहुत सम्मान करते हैं और उनसे थप्पड़ खाने को भी तैयार हैं. इस पर आपकी क्या राय है?’’ 

    हमने कहा, ‘‘केजरीवाल को मालूम है कि अन्ना हजारे गांधीवादी हैं इसलिए किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं करेंगे. वे केजरीवाल का ऑफर कबूल नहीं करेंगे. बापू ने अहिंसा की सीख देते हुए समझाया था कि यदि कोई तुम्हें एक तमाचा मारे तो दूसरा गाल भी उसके आगे कर दो. वह खुद शर्मिंदा हो जाएगा.’’ 

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, केजरीवाल ने खुद बताया है कि हजारे उनसे क्यों नाराज हैं. उन्होंने कहा कि अन्ना भोले-भाले आदमी हैं जिनके कान भरे जा रहे हैं. अन्ना की मैं बहुत इज्जत करता हूं. जो मर्जी हो, बोलें मेरे खिलाफ. मुझे कभी कोई गिला-शिकवा नहीं होता.’’ 

    हमने कहा, ‘‘दिल्ली के कथित शराब घोटाले को लेकर केजरीवाल अन्ना के निशाने पर आ चुके हैं. वैसे उन्हें अन्ना से थप्पड़ खानी ही है तो अकेले न जाएं बल्कि अपने साथ मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जैसे मंत्रियों को भी ले जाएं ताकि अन्ना थोक भाव में मामला निपटा सकें. अन्ना से सभी एक साथ थप्पड़ का प्रसाद मांगें.’’ 

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, जहां तक तमाचा, थप्पड़ और चपत का मामला है, अब तो शिक्षक भी छात्र को हाथ नहीं लगा सकते. सिर्फ पुलिसवाले क्रिमिनल को झन्नाटेदार तमाचा रसीद करते हैं. धंधे-बिजनेस में पार्टनर चपत लगा देता है. 

    अब तक के कई युद्धों में भारत पाकिस्तान के मुंह पर तमाचा जड़ चुका है जिसे आप टाइट स्लैप कह सकते हैं. आपने फिल्म ‘कर्मा’ का डॉयलाग सुना होगा- इस थप्पड़ की गूंज बहुत दूर तक सुनाई देगी. राहुल गांधी का आरोप है कि नोटबंदी और जीएसटी ने छोटे और मझौले उद्योगों को चपत लगा दी थी.’’ 

    हमने कहा, ‘‘जब थप्पड़ से कोई नहीं सुधरता तो घूंसा मारा जाता है. केजरीवाल खुद समझदार हैं वे अन्ना से थप्पड़ खाने की तैयारी दिखाने की बजाय उनकी भावनाओं को समझें और उसके मुताबिक कार्य करें.’’