nishanebaaz Carrying documents and maps, Pakistan lays honey traps

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज जीवन में शहद का बड़ा महत्व है. शरद में प्राकृतिक मिठास होती है. मधुमक्खियां फूलों का रस चूसकर शहद बनाती हैं. जो शहद का कारोबार करना चाहता है उसे मधुमक्खी पालन करना सीखना चाहिए. कुछ लोगों की जुबान में शहद की मिठास होती है. किसी को ब्रांडेड कंपनियोंका शहद अच्छा लगता है तो कुछ खादी ग्रामोद्योग मंडल का शहद पसंद करते हैं. शहद को अंग्रेजी में हनी कहते हैं. नवविवाहित युगल किसी सुरम्य स्थान पर हनीमून के लिए जाते हैं.’’ हमने कहा, ‘‘सबसे खतरनाक चीज है हनीट्रैप! पाकिस्तान हमारे देश के रक्षाक्षेत्र वैज्ञानिकों व अधिकारियों को फंसाने के लिए हनी ट्रैप का इस्तेमाल करता है. परमाणु परीक्षण से लेकर मिसाइल तकनीक के विकास से जुड़े डीआरडीओ के सीनियर वैज्ञानिक कुरुलकर इस ट्रैप में फंस गए. उन पर पाकिस्तान को यहां की गुप्त जानकारियां देने का आरोप है. बुजुर्ग हो चले इस वैज्ञानिक को पाकिस्तान द्वारा भेजी गई सुंदरियों ने अपने रूपजाल में फंसा लिया और उनसे रक्षा क्षेत्र की तैयारियों के रहस्य उगलवा लिए. अपनी तमाम योग्यताओं के बावजूद वैज्ञानिक कुरुलकर ने देशभक्ति को दांव पर लगा दिया और पाकिस्तान की भेजी विषकन्याओं के वशीभुत हो गए. उनके लॅपटाप-मोबाइल जब्त कर लिए गए. यह भी पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने कौन से दस्तावेज या मैप पाकिस्तान को भेजे! ऐसी करतूत करके कुरुलकर ने अपने कुल का नाम डुबो दिया. मातृभूमि के साथ गद्दारी की.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, अनाज के ढेर में कंकड या सड़ा दाना भी निकल आता है. किसी वैज्ञानिक या अधिकारी को अंतरंग क्षणों की फोटो खींचकर ब्लैकमेल किया जाता है. बदनामी और नौकरी खोने के डर से वह दुश्मन देश को गोपनीय जानकारियां व दस्तावेज देने लगता है. धन, शराब और सुंदरी के बहुपाश में जकड़े लोग देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर देते हैं.’’ हमने कहा, ‘‘सरकार को अपने रक्षा क्षेत्र के वैज्ञानिकों की सतर्कतापूर्वक निगरानी रखनी होगी. देखना होगा कि उनके आसपास कोई तितली न मंडराने पाए. देवराज इंद्र बी तो घनघोर तपस्या करनेवाले ऋषि-मुनियों को हनी-ट्रैप में फंसाने के लिए अप्सराएं भेजा करते थे. इसलिए पतन से बचने के लिए जतन करना जरूरी है.’’