पश्चिम बंगाल में कुछ महीनों बाद ही चुनाव होने हैं। इस बीच राजनीतिक सियासत ज़ोरों से आगे बढ़ रही है। इस रणभूमि में उतरने वाले सभी राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर कटाक्ष रही हैं। ऐसे में टीएमसी की लीडर (TMC Leader) ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि शिवरात्रि (Shivratri) के दिन यानी कि 11 मार्च को वह नंदीग्राम (Nandigram) से नामांकन दाखिल करेंगी। कई किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ममता पर्चा दाखिल करने पहुंचेंगी। बंगाल के चुनाव के लिए मशहूर हस्तियों के नाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में देखना ये है कि इस चुनाव में बाजी कौन मारता है।
‘जय श्री राम’ के नारे लगाने से बचती हैं ममता
कई बार देखा गया है कि जब भीड़ द्वारा ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए जाते हैं तब ममता बनर्जी नारों को दोहराने के बजाय पीछा छुड़ा लेती हैं और लोगों पर भड़क जाती हैं। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं द्वारा ममता बनर्जी को हिंदू विरोध व राम का नारा न लगाने वाली बताया गया। लेकिन अब ममता बनर्जी के तेवर कुछ बदले नज़र आरहे हैं। क्योंकि 11 मार्च के दिन ममता बनर्जी नंदीग्राम में चुनावी बिगुल बजाने वाली हैं।
वोटरों की नज़रों में बनना चाहती हैं शिवभक्त
माना जा रहा है कि ख़ास वजह से ममता बनर्जी ने शिवरात्री के अवसर पर नामांकन दाखिल करने का फैसला लिया है। वे इस दिन नामांकन भरकर कहीं न कहीं बंगाल के वोटरों (Voters of Bengal) तक यह संदेश पहुंचाना चाहती हैं कि वे शिवभक्त हैं। इसलिए उन्होंने इस दिन को चुना है। बता दें कि हिंदू धर्म में पवित्र दिनों पर अहम कामों को करने को लोग शुभ मानते हैं।