Screengrab from Posted Video
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    नई दिल्ली: क्रिकेट (Cricket) दुनिया का एक ऐसा खेल है, जिसके फैंस घर जगह मिल जाएंगे। इस खेल में आपको कई तरह के अजीबोगरीब एक्शन (Unique Style) देखने मिल जाते हैं। कभी बल्लेबाज बल्ले से अजीब शॉट मारते हुए नज़र आता है, तो कभी अनोखी गेंदबाजी देखने मिलती है। आज हम आपको एक ऐसे ही अजीबोगरीब बॉलिंग एक्शन (Strange Balling Style) के बारे में बता रहे हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

    क्रिकेट इतिहास में पॉल एडम्स, लसिथ मलिंगा, जसप्रीत बुमराह से लेकर मथीशा पथिराना तक अपने अनोखे गेंदबाजी के लिए मशहूर हैं। लेकिन, इंग्लैंड में विलेज क्रिकेट खेलने वाले जॉर्ज मैकमेनेमी के बॉलिंग एक्शन काफी अनोखा और अजीब है। उनके बॉलिंग एक्शन का वीडियो इंटरनेट पर अब तहलका मचा रहा है। 

    जॉर्ज मैकमेनेमी खुद को दुनिया का सबसे खराब क्रिकेटर मानते हैं। उनके गेंदबाजी करने का एक्शन काफी अजीबोगरीब है। वह बल्लेबाज को गेंद फेंकने से पहले डांस करते हैं। उसके बाद कुछ स्टेप तक गेंद को अपने हाथों में रखने के बाद उसे फेंकते हैं। ऐसे में बल्लेबाज गेंद को ठीक से समझ नहीं पाता और बॉल सीधे उसके पास जा गिरती है। 

    सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर जॉर्ज ने अपनी गेंदबाजी एक्शन का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘दोस्तों मैं मूर्ख हो सकता हूं, मैं दुनिया का सबसे खराब क्रिकेटर भी हो सकता हूं, लेकिन इस खेल ने मेरी जान बचाई है, मेरे मानसिक स्वास्थ्य को ठीक किया है और मुझे एक बार फिर खुश रहने और प्रयास करने का मौका दिया है। मेरी मां को स्वर्ग में गौरव महसूस हो। क्रिकेट आई लव यू।’

    जॉर्ज मैकमेनेमी का वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे। क्योंकि जिस तरह गेंदबाज गेंद फ़ेंक रहा है, वह स्टाइल काफी अनोखा है। इस वीडियो को देखकर लोग कई तरह के मज़ेदार कमेंट्स भी कर रहे हैं। वहीं, उनके इस वीडियो पर इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज साइमन जोन्स ने लिखा, ‘शानदार जॉर्ज। ‘ जिस पर उन्होंने रिप्लाई देते हुए कहा, उम्मीद करता हूं कि जब मैं हेडिंग्ले टेस्ट के लिए अपना आवेदन भेजूंगा तो ईसीबी भी ऐसा ही सोचेगी।’ 

    बता दें कि, जॉर्ज मैकमेनेमी की मां ट्रेसी का साल 2017 में निधन हो गया था। अपनी मां के निधन के बाद से वह कई तरह की मानसिक परेशानी का सामना कर रहे थे। वह काफी तनाव में भी रहने लगे थे। फिर साल 2017-18 में एशेज सीरीज के मैच देखने के बाद उन्हें क्रिकेट को लेकर दिलचस्पी होने लगी। जिसके बाद अब क्रिकेट ने जॉर्ज की जिंदगी बदल कर रख दी है।