नई दिल्ली: खेल मंत्रालय के मौजूदा चयन मानदंडों में ढील देने के फैसले के बाद भारत की पुरुष और महिला फुटबॉल टीमों का चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों में भागीदारी का रास्ता साफ हो गया। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने इससे पहले इस आधार पर भारतीय फुटबॉल टीमों को एशियाई खेलों में भाग लेने की मंजूरी नहीं दी क्योंकि वह रैंकिंग में एशिया की शीर्ष आठ टीमों में शामिल नहीं हैं।
इसके बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में पुरुष और महिला टीमों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए खेल मंत्रालय से अपील की थी। भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमक ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की थी।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को ट्वीट किया,‘‘ भारतीय फुटबॉल प्रेमियों के लिए अच्छी खबर। हमारी पुरुष और महिला दोनों टीम आगामी एशियाई खेलों में भाग लेंगी।” उन्होंने आगे कहा,‘‘ भारत सरकार के खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय ने इन दोनों टीमों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नियमों में ढील देने का फैसला किया है। वर्तमान मानदंडों के हिसाब से दोनों टीम क्वालीफाई नहीं कर रही थी।”
Union Sports Minister Anurag Takur tweets, "Our national football teams, both Men’s and Women’s, are set to participate in the upcoming Asian Games. The Ministry of Youth Affairs and Sports has decided to relax the rules to facilitate the participation of both the teams, which… pic.twitter.com/DKyct8qahb
— ANI (@ANI) July 26, 2023
ठाकुर ने कहा,‘‘ हाल में उनके प्रदर्शन को देखते हुए मंत्रालय ने नियमों में ढील देने का फैसला किया। मुझे पूरा विश्वास है कि वे एशियाई खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके देश को गौरवान्वित करेंगे।” मंत्रालय के टीम प्रतियोगिताओं के लिए चयन मानदंडों के अनुसार अपने संबंधित खेल में महाद्वीपीय रैंकिंग में शीर्ष आठ पर रहने वाली टीमों को ही एशियाई खेलों में खेलने की अनुमति दी जाती है।
एशियाई खेलों में फुटबॉल में 2002 से अंडर 23 टीम भाग लेती रही हैं तथा इससे अधिक उम्र के केवल तीन खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने की अनुमति दी जाती है। एआईएफएफ ने पहले योजना बनाई थी कि स्टिमक थाईलैंड में किंग्स कप (7-10 सितंबर) के बाद 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक होने वाले एशियाई खेलों में अंडर-23 भारतीय टीम के साथ मुख्य कोच के रूप में जुड़ेंगे।
खेल मंत्रालय ने हालांकि आईओए और सभी राष्ट्रीय खेल महासंघ को पत्र लिखकर स्पष्ट कर दिया था कि टीम प्रतियोगिताओं में केवल उन्हीं खेलों की भागीदारी पर विचार किया जाना चाहिए जिनकी एशिया में रैंकिंग कम से कम आठ है। भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम की एशिया में रैंकिंग 18 जबकि महिला टीम की 11 है। एआईएफएफ के आग्रह के बाद खेल मंत्रालय ने दोनों टीमों को एशियाई खेलों में भाग लेने की मंजूरी दे दी । एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने इसके लिए मंत्रालय का आभार व्यक्त किया।
चौबे ने ट्वीट किया,‘‘मुझे यह सूचित करते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि खेल मंत्रालय ने भारतीय फुटबॉल टीमों की एशियाई खेलों में भागीदारी सुनिश्चित कर दी है। मैं नरेंद्र मोदी सर, अनुराग ठाकुर सर और भारत सरकार का समर्थन के लिए आभार व्यक्त करता हूं । यह हमारे प्रशंसकों के लिए भी महत्वपूर्ण है।” (एजेंसी)