Varun Kumar Rape Accused Indian Hockey Team FIH Pro League b
वरूण कुमार (PIC Credit: Social Media)

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नई दिल्ली: पॉक्सो कानून (Pocso) के तहत बलात्कार (Rape) के आरोपी और अर्जुन पुरस्कार विजेता भारतीय हॉकी खिलाड़ी (Indian Hockey Team) वरुण कुमार (Varun Kumar) ने इसे ‘पैसे ऐंठने का सुनियोजित प्रयास’ करार देते हुए अपने पर लगाए गए आरोपों के खिलाफ कानूनी विकल्प तलाशने के लिए भुवनेश्वर में एफआईएच प्रो लीग (FIH Pro League) से नाम वापस ले लिया है।

हॉकी इंडिया ने इस 28 वर्षीय खिलाड़ी को तत्काल अवकाश दे दिया है क्योंकि इस खिलाड़ी ने कहा था कि इस घटना से उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है। एक महिला ने आरोप लगाया है कि जब वह नाबालिग थी तब वरुण ने कई बार उनका यौन उत्पीड़न किया, इसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने इस हॉकी खिलाड़ी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

बाईस वर्षीया महिला ने सोमवार को दायर अपनी शिकायत में कहा है कि वह 2018 में इंस्टाग्राम के जरिए वरुण के संपर्क में आई और जब वह 17 साल की थी तब इस खिलाड़ी ने शादी का झांसा देकर उनके साथ कई बार बलात्कार किया। वरुण ने हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की को लिखे पत्र में दावा किया है कि उनके खिलाफ दर्ज की गई शिकायत झूठी है और यह राज्य के सरकारी तंत्र का दुरुपयोग है। इस पत्र की एक प्रति पीटीआई के पास भी है।

वरुण ने अपने पत्र में लिखा है,‘‘मुझे मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि जिस लड़की के साथ पूर्व में मैं रिश्ते में था उसने मेरे खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया है और इस मामले में बेंगलुरु में प्राथमिकी दर्ज की गई है हालांकि इस संबंध में किसी पुलिस अधिकारी ने मुझसे संपर्क नहीं किया।” उन्होंने कहा,‘‘यह मामला कुछ और नहीं बल्कि मुझसे पैसे ऐंठने और मेरी प्रतिष्ठा और छवि को धूमिल करने का एक सोचा समझा प्रयास है क्योंकि मैं प्रतिष्ठित हॉकी खिलाड़ी हूं तथा भारत के लिए खेलता हूं और अर्जुन पुरस्कार विजेता हूं। वह जानती है कि इस तरह के मामले से मेरा करियर और छवि धूमिल हो सकती है।” 

प्रो लीग मैचों के लिए भुवनेश्वर में भारतीय टीम के साथ मौजूद वरुण ने कहा कि वह इन आरोपों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। वरुण ने पत्र में लिखा है,‘‘अपने कानूनी अधिकारों का उपयोग करने के लिए मुझे अकादमी से तुरंत अवकाश की जरूरत है और इस कारण दुर्भाग्य से मैं प्रो लीग में भाग नहीं ले पाऊंगा।” उन्होंने कहा,‘‘इस घटना का मेरे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है तथा यह मेरे और मेरे परिवार के लिए मुश्किल समय है। एक खिलाड़ी के रूप में मैंने आखिर तक हार नहीं मानने का सबक सीखा है और इसलिए इस मुश्किल दौर में मैं आपसे समर्थन का अनुरोध करता हूं।”

टिर्की के अलावा यह पत्र पुरुष टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन और हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह को भी भेजा गया है। इस महिला ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि 2018 में इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क के आने के बाद वरुण ने उनसे मुलाकात करने को कहा तथा कुछ मित्रों के कहने पर वह इसके लिए तैयार हो गई। उसके बाद वह दोस्त बन गए और उनके बीच रिश्ता बन गया। महिला के अनुसार जुलाई 2019 में वह उसे बेंगलुरु के जयनगर स्थित एक होटल में ले गया तथा उसके नाबालिग होने और विरोध करने के बावजूद उसने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। 

हॉकी इंडिया के सूत्रों के अनुसार पीड़िता भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) के बेंगलुरु केंद्र स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में वॉलीबॉल खिलाड़ी थी। हालांकि इसके बाद उसने खेल छोड़ दिया और वर्तमान में विमान परिचारिका के रूप में कार्यरत है। वरुण को 2021 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें हाल में पंजाब पुलिस में डीएसपी पद पर पदोन्नत किया गया था। वह हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं और उन्होंने भारत की तरफ से 2017 में पदार्पण किया था।

(एजेंसी)