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रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के लिए सोमवार को 64 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जिसमें पार्टी के तीन सांसद और 11 विधायक शामिल हैं। भाजपा ने इस सूची में बिरनपुर सांप्रदयिक हिंसा में मारे गए भूनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को भी चुनाव मैदान में उतारा है।

पार्टी ने सूची में 2018 के विधानसभा चुनाव में हारे हुए 13 नेताओं को फिर से जगह दी है। भाजपा ने प्रदेश में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 64 उम्मीदवारों की दूसरी सूची सोमवार को जारी की। राज्य के मुख्य विपक्षी दल ने मौजूदा विधायक डमरूधर पुजारी की टिकट काट दी है तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक धमरजीत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है, सिंह हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं।

सूची में 27 नए चेहरे और नौ महिला उम्मीदवार

भाजपा ने दूसरी सूची में तीन सांसदों और दो पूर्व आईएएस अधिकारियों को शामिल किया है। सूची में 27 नए चेहरे और नौ महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। भाजपा ने जिन 64 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से 19 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और नौ सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं। भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर से सांसद अरुण साव को लोरमी सीट से, सरगुजा से सांसद रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत (एसटी) सीट से और रायगढ़ से सांसद गोमती साय को पत्थलगांव (एसटी) सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।

पारंपरिक सीट से लड़ेंगे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने पारंपरिक राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण प्रसाद चंदेल को उनकी जांजगीर-चांपा सीट से फिर से टिकट दिया गया है। पार्टी ने इसके साथ ही विधायक बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), पुन्नूलाल मोहिले (मुंगेली-एससी), ननकीराम कंवर (रामपुर-एसटी), धरमलाल कौशिक (बिल्हा), डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी (मस्तूरी-एससी), सौरभ सिंह (अकलतरा), शिवरतन शर्मा (भाटापारा), अजय चंद्राकर (कुरुद) और रंजना दीपेंद्र साहू (धमतरी) को फिर से चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की है।

2018 के चुनाव हारे उम्मीदवारों को भी टिकट

भाजपा ने इस सूची में ऐसे चेहरों को भी स्थान दिया है जो वर्ष 2018 के चुनाव हार गए थे। इनमें श्याम बिहारी जायसवाल (मनेंद्रगढ़), भैयालाल राजवाड़े (बैकुंठपुर), रामदयाल उइके (पाली-तानाखार-एसटी), केदार कश्यप (नारायणपुर-एसटी), महेश गागड़ा (बीजापुर-एसटी), प्रेम प्रकाश पांडेय (भिलाई नगर), दयालदास बघेल (नवागढ़-एससी), राजेश मूणत (रायपुर पश्चिम), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़-एसटी), अमर अग्रवाल (बिलासपुर) और संयोगिता सिंह जूदेव (चंद्रपुर) शामिल हैं।

भूपेश बघेल से हारने वाले मोतीलाल साहू को रायपुर ग्रामीण से टिकट

पार्टी ने पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी को रायगढ़ सीट से उम्मीदवार बनाया है, जो खरसिया सीट से पिछला चुनाव हार गए थे। वहीं पार्टी ने 2018 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में असफल चुनाव लड़ने वाले संपत अग्रवाल को बसना सीट से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने पाटन सीट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हारने वाले उम्मीदवार मोतीलाल साहू को रायपुर ग्रामीण सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा ने दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव के बेटे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को कोटा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा ने राज्य के पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम पर भी भरोसा जताया है, जो अगस्त में अपनी सेवा छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे। टेकाम केशकाल (एसटी) सीट से चुनाव लड़ेंगे।

भाजपा ने 85 सीटों पर की उम्मीदवारों की घोषणा

भारतीय जनता पार्टी ने इस सूची में 27 ऐसे लोगों पर भरोसा जताया है जो पहली बार विधानसभा चुनाव लडेंगे। इनमें छत्तीसगढ़ी फिल्मों के प्रसिद्ध कलाकार अनुज शर्मा भी शामिल हैं। शर्मा को धरसीवा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय को कुनकुरी (एसटी) सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा ने साजा सीट से ईश्वर साहू को भी चुनाव मैदान में उतारा है। साहू के बेटे भूनेश्वर साहू की अप्रैल माह में बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा की एक घटना में मौत हो गई थी। इस सूची के साथ ही भाजपा छत्तीसगढ़ में अब तक 85 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। (एजेंसी)