Delhi government's big decision: Approval to withdraw 17 cases registered during the agitation against agricultural laws
File

    Loading

    नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने सोमवार को उन किसानों (Farmers) को मुआवजा दिया, जिनकी फसल पिछले साल अक्टूबर में बेमौसम बारिश (Rain) के कारण बर्बाद हो गयी थी। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि जनवरी में सरसों की फसल को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक सर्वेक्षण जल्द ही शुरु किया जाएगा ताकि मुआवजा तय किया जा सके।

    केजरीवाल ने कहा कि कोई देश या राज्य अगर किसानों का सम्मान और उनकी मदद नहीं करता है तो वह समृद्ध नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में अभी तक फसलों को हुए नुकसान के लिए किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने भुगतान में किसी भी दिक्कत से बचने के लिए मुआवजा तय करने के वास्ते एक आसान फॉर्मूला अपनाया है।

    अगर 70 प्रतिशत से कम नुकसान हुआ है तो 70 फीसदी मुआवजा तय किया गया है और अगर 70 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है तो 100 फीसदी मुआवजा तय किया गया है। मुआवजा प्रति एकड़ 20,000 रुपये की दर से तय किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दिल्ली में किसानों के बेटे और भाई की तरह हैं और उनके लिए उनकी सरकार के दरवाजे हमेशा खुले हैं।

    दिल्ली में 45,000 किसानों को करीब 55 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है। इन किसानों की फसल पिछले साल अक्टूबर में बेमौसम बारिश के कारण बर्बाद हो गयी थी। राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत और मुख्य सचिव विजय देव ने उम्मीद जतायी कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि का जल्द से जल्द भुगतान कर दिया जाए।