नई दिल्ली. आज MCD चुनाव से पहले दिल्ली (Delhi MCD Election) के वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र में एक जनसभा में बोलते हुए BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कहा कि, ” ‘आप’ कहती थी कि उसके नेता ईमानदार थे लेकिन आज उनके ही सत्येंद्र जैन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं। उन्होंने तिहाड़ जेल में एक मसाज सेंटर खोला है, और एक बलात्कारी को अपना थेरेपिस्ट बनाया है।”
बता दें कि, मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले गिरफ्तार होने के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में बंद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) का एक CCTV फुटेज तेजी से वायरल हुआ, जिसके चलते अब MCD चुनावों में ‘आप’ थोडा बैकफूट पर आ गयी है।
AAP used to say that its leaders were honest but today Satyendra Jain is in jail for corruption. They’ve opened a massage centre in Tihar Jail, & made a rapist into a therapist: BJP President JP Nadda during a public meeting in Wazirpur Industrial area, Delhi, ahead of MCD polls pic.twitter.com/uwV9x2PQOZ
— ANI (@ANI) November 27, 2022
दरअसल तिहाड़ जेल के आधिकारिक सूत्रके अनुसार, जेल में बंद दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की पैरों की मालिश करने वाला और कोई नहीं कैदी ‘रिंकू’ है। बताया जा तरह है कि, वह एक बलात्कार के मामले में तिहाड़ में अपनी सजा काट रहा है, जिस पर POCSO अधिनियम की धारा 6 और IPC की धारा 376, 506 और 509 का आरोप लगाया गया है और वह फिजियोथेरेपिस्ट भी नहीं है।रिंकू एक नाबालिग से बलात्कार के मामले में जेल में बंद है।
जानकारी हो कि, मनी लॉन्ड्रिंग मामले गिरफ्तार होने के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का एक सीसीटीवी फुटेट तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें वह सेल में पैरों की मालिश करवाते नजर आ रहे थे। CCTV फुटेज के अनुसार, सत्येंद्र जैन बिस्तर पर लेटे-लेटे कुछ पढ़ रहे हैं, वहीं एक अज्ञात शख्स उनके पैरों की मालिश कर रहा है। यही गुमनाम शख्स कैदी रिंकू है, जो असल में बलात्कार के मामले में वहां कैदी है। हालांकि BJP ने इस बाबत जांच करने की बात कही थी।
गौरतलब है कि, इस बार के MCD चुनाव 2022 पर ADR की रिपोर्ट में अहम खुलासे हुए हैं। करोड़पति उम्मीदवार बढ़े हैं। 2017 के मुकाबले आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों में भी इजाफा हुआ है। वहीं दिल्ली नगर निगम चुनाव में 42% उम्मीदवार करोड़पति हैं और 6% उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं।