Illegal teak and wood worth lakhs seized

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अकोला. अकोट तहसील के ग्राम पणज के सुरेश दातीर के मालिकी के महालक्ष्मी फर्नीचर मार्ट में अवैध लकड़ी की स्टाक होने की जानकारी से अमरावती, बुलढाना व अकोला के वन अधिकारियों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर लकड़ी स्टाक जब्त किया है. यह अवैध सागौन व शिसम लाखों रुपये कीमत का होकर अनुमानित 7 से 8 मीटर तैयार माल जब्त किया गया है. यह माल यहां कैसे आया? इस संबंध में वन विभाग गहन जांच कर रही है. 

पणज के दातीर के मालिकी के महालक्ष्मी फर्नीचर मार्ट में पिछले अनेक दिनों से सागौन व शिसम की लकड़ी से बनाए गए पलंग, दिवाण, सोफासेट, महाराजा बेड, दरवाजा, खिड़कियां आदि की खुलेआम बिक्री हो रही थी. इस विषय में वन विभाग को गुप्त जानकारी मिली थी. इस अनुसार अकोला (प्रादेशिक) वन विभाग के अकोला वन परिक्षेत्र के कार्य क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले सुरेश दातीर के मालिकी के पणज के महालक्ष्मी फर्नीचर मार्ट पर अमरावती के विभागीय वन अधिकारी (दक्षता) किरण पाटिल, अमरावती के घुमते पथक के वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रशांत भुजाडे, बुलढाना के वन परिक्षेत्र अधिकारी (संरक्षण) के. डी. पडोल के पथक ने शुक्रवार 17 नवंबर को सुबह यह छापा मार कार्रवाई की गई.

सबसे पहले पथक ने महालक्ष्मी फर्नीचर मार्ट में जाकर वहां की लकड़ी की जांच की. इस जांच में उक्त स्थान पर अवैध सागौन व शिसम लकड़ी का बड़ा स्टाक पाया गया. वन विभाग के अधिकारियों ने उक्त अवैध लकड़ी का माल जब्त किया. इस प्रकरण में वन अपराध का मामला दर्ज किया गया है.

माल किस मार्ग से आया

उक्त कार्रवाई अकोला के उप वन संरक्षक कुमारस्वामी, प्रादेशिक के सहायक वन संरक्षक एस. ए. वडोदे, प्रादेशिक के वन परिक्षेत्र अधिकारी वी. आर. थोरात, अंजनगांव परिक्षेत्र के वनपाल विजय गुलेरीकर व अन्य क्षेत्रिय अधिकारी, कर्मचारी तथा स्थानीय पुलिस कर्मचारियों के सहयोग से की गई. उक्त प्रकरण में जब्त किया गया माल किस मार्ग से यहां पर आया, इस संबंध में गहन जांच व चौकशी शुरू होने का किरण पाटिल, अमरावती ने बताया है.