बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कर्मचारियों ने की एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल, प्रबंधन के खिलाफ की गई नारेबाजी

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    अकोला. यूनाइटेड फोरम ऑफ महाबैंक यूनियन की अकोला शाखा ने शुक्रवार को बैंक प्रबंधन के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की. इस अवसर पर चेतावनी दी गई कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा. इस एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के दौरान बैंक कर्मियों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की.

    इस अवसर पर बताया गया कि महाबैंक में सभी संवर्गों की नई भर्ती, द्विपक्षीय समझौतों के पालन, मनमाने प्रशासनिक तबादलों को रद्द करने आदि सहित अन्य विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल की गई. बैंक कर्मचारी कदम दर कदम विरोध कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. इसलिए बैंक कर्मचारी भी तरह-तरह के माध्यम से आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं. शहर में आयोजित प्रदर्शन के दौरान महाबैंक कर्मचारी यूनियन के नेता श्याम माईनकर, अतुल वर्मा, प्रवीण कुटारिया, गौरव इंगोले, प्रजय बन्सोड, दीपक लबडे आदि सहित अनेक पुरुष व महिला कर्मचारी उपस्थित थे.

    इस अवसर पर संगठन के नेताओं ने हड़ताल के पीछे की भूमिका के बारे में बताया. उन्होंने आंदोलन को सफल बनाने के लिए एकता का आवाहन भी किया. इस आंदोलन में अनिल मावले, अनिल बेलोकार, शुभांगी मानकर, शिल्पा ढोले, प्रांजलि भाले, देवलाल सिरसाट, अविनाश आखरे, सचिन क्षीरसागर, राम बगाड़े, शिव काकड़े, हर्षित जैन, शिवा पुंडे, संदीप ओइंबे, सागर खवले आदि सहित अन्य कर्मचारी शामिल थे. संगठन ने बताया कि उन्होंने इस आंदोलन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 

    हम लड़ना जारी रखेंगे

    महा बैंक के कर्मचारी पिछले कुछ माह से मांग कर रहे हैं, लेकिन बैंक प्रबंधन ने अभी तक संज्ञान नहीं लिया है. कहा गया कि इससे कर्मचारी आक्रोशित हैं. लेकिन हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं. संगठन ने कहा कि यह न्याय की लड़ाई है और हम इसे लड़ना जारी रखेंगे. 

    5 दिनों तक प्रभावित रहेगा बैंकों का कामकाज 

    बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कर्मचारी शुक्रवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर चले गए. इसके बाद शनिवार और रविवार को बैंक बंद रहेंगे. इसी तरह पता चला है कि सोमवार और मंगलवार को अन्य बैंकों ने भी हड़ताल की चेतावनी दी है. इससे अगले पांच दिनों तक बैंकों का कामकाज प्रभावित रहने की संभावना है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह ग्राहक सेवा को भी बाधित करेगा.