Murder
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अकोला. मुर्तिजापुर तहसील के माना निवासी श्यामराव औझाडे की पुत्री अर्चना भारस्कर (35) निवासी नंदनवन, नागपुर की उसके पति ने चरित्र पर संदेश करते हुए हत्या करने की घटना उजागर हुई. प्राप्त जानकारी के अनुसार अर्चना की शादी सात साल पहले नागपुर के नंदनवन झुग्गी बस्ती में रहने वाले रमेश भारस्कर से हुई थी. शादी के बाद कुछ दिन खुशी से बीत गए लेकिन बाद में रमेश यह अर्चना के चरित्र पर शक करता था और उसकी पिटाई करता था. इस घटना से तंग आकर अर्चना 6 जुलाई को माना अपने मायके में आई थी.

यहां आते ही अगले दिन अर्चना की नणंद ज्योति का फोन आया. चूंकि मेरे भाई की हालत खराब है, इसलिए आपको नागपुर आना चाहिए ऐसा उसने कहा. जिससे अर्चना 7 जुलाई को नागपुर पहुंची थीं. पहले जैसे ही अनुभव से तंग आकर उसने अपनी मां के घर जाने का फैसला किया. उसने अपने पति से कहा कि वह कल अपनी मां के घर जाने वाली है. उसके पति रमेश भारस्कर ने दोनों लड़कियों को 17 जुलाई की रात को पड़ोस में अपने चाचा के घर भेज दिया.

रात में रमेश शराब पीकर आया और अर्चना के सिर और सीने पर हथौड़े से वार कर उसकी हत्या कर दी. इतना ही नहीं अर्चना के मृत पाए जाने के बाद रमेश भारस्कर ने अर्चना की मां को फोन किया और कहा कि मैंने तुम्हारी बेटी को मार दिया है. उसकी मां ने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी. वह अपने एक रिश्तेदार के साथ नागपुर गयी और नंदनवन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. आरोपी रमेश भारस्कर को नंदनवन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.