on the fourth day of the strike; There is no shortage in the enthusiasm of government and semi-government employees

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अकोला. शुक्रवार को हड़ताल के चौथे दिन सरकारी, अर्ध सरकारी कर्मियों की हड़ताल जारी रही. इस दौरान हड़ताली कर्मियों में उत्साह की कोई कमी नहीं थी. सभी हड़ताली कर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डटे रहे. जिलाधिकारी कार्यालय के सामने पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर सरकारी, अर्ध सरकारी कर्मियों की ओर से हड़ताल की जा रही है. धरनास्थल पर आज भी अनेक लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए. इसी के साथ दिन भर के दौरान, अनेक लोगों ने मंडपों का दौरा किया.

इस बीच हड़ताल के चौथे दिन भी सेवाएं प्रभावित देखी गयीं. सरकारी व अर्ध सरकारी कर्मचारियों द्वारा 14 मार्च से यह हड़ताल शुरू की गयी है. सरकारी एवं अर्ध सरकारी कर्मचारियों, जिला परिषदों, शासकीय अनुदान प्राप्त मनपा, नगर पालिकाओं, प्राध्यापकों, शिक्षकों एवं गैर-शिक्षकों सहित जिले के 6 हजार 482 कर्मियों ने इस आंदोलन में भाग लिया है. अनेक लोगों ने तथा संगठनों से इस हड़ताल को अपना समर्थन दिया है.

इस अवसर पर वंचित बहुजन आघाड़ी के पदाधिकारी सीमांत तायड़े ने भी अपना समर्थन दिया है. धरना स्थल में बड़ी संख्या में हड़ताल करनेवाले कर्मियों की उपस्थिति रही. प्राप्त जानकारी के अनुसार अकोट में शुक्रवार को हड़ताली कर्मियों द्वारा काले कपड़े पहन कर निषेध प्रकट किया.

शनिवार, रविवार को भी जंग जारी

सरकारी, अर्ध सरकारी कर्मियों की ओर से हड़ताल की जा रही है. यह हड़ताल शनिवार और रविवार को अवकाश होने के बावजूद जारी रहेगी. हमारी जंग पूरी ताकत से जारी रहेगी. जिससे सभी हड़ताली कर्मियों ने हड़ताल में शनिवार और रविवार को भी उपस्थित रहने का आहवान समन्वय समिति के सदस्य राजू नेरकर और सुनील जानोरकर ने किया है.