The entire Rana family infected, security guards caught everyone
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    अमरावती: भातकुली तहसील में जल किल्लत व जलयुक्त शिवार योजना में गड़बड़ी होने का आरोप लगाकर जिला परिषद के मुख्यकार्यकारी अधिकारी के कैबीन में आंदोलन कर एसी निकालने के मामले में विधायक रवि राणा सहित 11 लोगों को जिला सत्र न्यायाधीश एस। एस। अडकर की अदालत ने निर्दोष बरी किया है।

    29 मई 2017 को विधायक रवि राणा व युवा स्वाभिमानी कार्यकर्ताओं ने जिप सीओ के कैबीन में आंदोलन कर एसी बाहर निकाला था। गाडगे नगर पुलिस ने एसीओ प्रकाश तट्टे की रिपोर्ट पर विधायक रवि राणा, दिनेश टेकाम, आशिष कावरे, अनुप अग्रवाल, मंगेश कोकणे, संजय हिगासपुरे, कुशल बोबडे सहित 11 लोगो के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया था।

    इसी प्रकरण में कोर्ट में 12 गवाहों ने गवाही दी। बचाव पक्ष की ओर से एड। दीप मिश्रा व एड।प्रशांत देशपांडे ने दलील पेश की कि सीईओ की अनुमति से विधायक राणा व उनके कार्यकर्ता मिलने पहुंचे थे, इस दौरान कुछ लोगों ने भीतर प्रवेश कर एसी निकालने का कृत्य किया। जिससे उनका कोई संबंध नहीं। कोर्ट ने बचाव पक्ष की दलीलों पर सभी को निर्दोष बरी करने के आदेश दिये।