578 देश-विदेशी मयखानों की सालाना फीस से मिली राशि, आबकारी विभाग ने वसूला 21.5 करोड़ का राजस्व

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अमरावती. राज्य सरकार को आर्थिक वर्ष 2022- 2023 में अमरावती जिले से देशी–विदेशी शराब के माध्यम से कुल 21 करोड़ 3 लाख 65 हजार 594 रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है. जो अमरावती राज्य उत्पादन शुल्क विभाग ने जिले भर के 578 देशी – विदेशी मयखानों की सालाना फीस व विविध चार्जेस के तौर पर वसूला है. इसमें लाइसेंस रिन्यूवल चार्ज, सुपर विजन चार्ज, ट्रान्सपोर्ट फी, लाइसेंस फाइन समेत अन्य फीस जैसे लाइसेंस शिफ्टिंग और एस्कॉर्ट चार्ज के साथ अन्य चार्ज समाविष्ट है. अमरावती एक्साइज विभाग को सर्वाधिक राजस्व लाइसेंस रिन्यूवल चार्ज से प्राप्त होता है.इस आर्थिक वर्ष (2022- 23) में 16 करोड 13 लाख 16 हजार 996 रूपए का कुल लाइसेंस रिन्यूवल चार्ज वसूला गया.

जिले में 350 बीयर बार

अमरावती राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के अनुसार अमरावती जिले में कुल 578 देसी–विदेशी शराब खाने हैं. इसमें एफएल 3 लाइसेंस वाले 350 बीयर बार, एफएल 1 लाइसेंस वाली 5 विदेशी शराब की होलसेल दूकानें, सीएफएलटीओडी, एफएल 2 लाइसेंस वाली 33 रिटेल वाइन शॉप जहां देसी शराब के काउंटर होते हैं. यहां देशी शराब सील बंद बोतलों में बेची जाती है या विदेशी शराब की बंद बोतलें रिटेल में बेची जाती है. एफएल 4 लाइसेंस वाले 2 क्लब्स (सिटी क्लब, डॉक्टर्स क्लब), सीएल 2 लाइसेंस वाली देसी शराब की 9 होलसेल शॉपी, सीएल 3 लाइसेंस वाली देशी शराब की 146 रिटेल शॉपी और एफएलबीआर 2 लाइसेंस वाली 35 बीयर शॉपी, जहां सॉफ्ट वाइन व बीयर बोतल में बेची जाती है.

19 ने नहीं कराया रिन्यूवल

जिले में पीएलएल लाइसेंस वाली विदेशी शराब उत्पादक कंपनी, सीएल 1 लाइसेंस वाली देशी शराब की उत्पादक कंपनी तथा आई लाइसेंस वाला शराब स्टोरेज भी मौजूद है. यह अपना लाइसेंस रिन्यू करा रहे है. लेकिन 2019 से इन कंपनियों में उत्पादन बंद है. एक्साइज विभाग से पता चला है कि, आर्थिक वर्ष 2023- 24 के लिए 578 में से 19 शराब विक्रेताओं ने अपना लाइसेंस अब तक रिन्यू नहीं कराया है. इन शराबखानों में 3 बीयर शॉपी,1 देशी शराब की दुकान और 15 बीयर बार शामिल है. यह सभी 19 व्यापारी अपना लाइसेंस 30 अप्रैल तक रिन्यूव करा सकते है. उन्हें फीस के साथ 1 महीने का ब्याज जुर्माने के रूप में भरना होगा.

पिछले वर्ष के मुकाबले बढ़ा

एक्साइज विभाग ने आर्थिक वर्ष 2022- 23 में 21 करोड 3 लाख 65 हजार 594 करोड रूपए का राजस्व वसूला है. जो आर्थिक वर्ष 2021 – 22 के मुकाबले 1 करोड रूपए अधिक है. इस वर्ष 20 करोड 20 लाख 70 हजार 65 रूपए राजस्व वसूल हुआ था. इसके पहले आर्थिक वर्ष 2020 – 21 में  21 करोड 41 लाख 75 हजार 298 रूपए का राजस्व वसूला गया. आर्थिक वर्ष 2019 -20 में कोरोना के चलते 64 लाख 84 हजार 9 हजार 981 रूपए का राजस्व वसूल हुआ था.