टाकरखेड़ा शंभू. यहां एक खेत में लगभग 400 वर्ष पूरानी प्राचीन मूर्तियां मिली है. आसरा माता, जाना माता व ईना माता नामक देवियों की यह मूर्तियां के दर्शनों के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ रही है.
घटस्थापना के दिन इन तीनों मूर्तियों की विधि विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा की गई. पहले ही गांव में पांच देवियों की मूर्तियां हैं. उसमें यह तीन मूर्तियां मिलने से अब एक ही मंदिर में आठ मूर्तियों के दर्शनों का दुर्लभ योग टाकरखेड़ा शंभू में प्राप्त होने का सुनहरा अवसर माता के आशीर्वाद से प्राप्त हुआ है.
दर्शनार्थ भक्तों की भीड़
टाकरखेड़ा शंभू में मरी माता, माता माय, तारा माता, देवगाय, सिर माता, भिवसन बुआ नामक देवी के मंदिर है. गांव के एक खेत में तीन देवियों की प्राचीन मूर्तियों की पहचान आसरा माता, जाना माता व ईना माता के रूप में की गई है.
बुजुर्गों का कहना है कि यह तीनों मूर्तियां लगभग 400 वर्ष पुरानी हैं. पांच देवी की सेवा कर रहे दशरथ सोनाजी इंगोले, जुनाबाई दशरथ इंगोले को स्वप्न में यह देवियां दिखने के बाद तत्काल खेत में इसकी खोज की गई. घटस्थापना के दिन यह मूर्तियां पाए जाने से ग्रामवासियों में कौतूहल का वातावरण है. नवरात्रि में टाकरखेड़ा गांव में मूर्तियों के दर्शनार्थ भीड़ उमड़ रही है.