अमरावती. रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी प्रकरण में आरोपी डा.पवन दत्तात्रय मालुसरे (35,कैम्प रोड, फ्रेजरपुरा) को जिला व सत्र अदालत ने 3 दिन की पुलिस कस्टड़ी में लेने के आदेश दिये, जबकि परिचारिका पूनम भीमराव सोनोने अभी भी फरार है. आर्थिक अपराध शाखा पुलिस तलाश कर रही है. कोर्ट से जमानत अर्जी रद्द होने से पवन मालुसरे ने अदालत में आत्मसमर्पण किया था, जिसे कोर्ट ने एमसीआर कर जेल रवाना किया. आर्थिक अपराध शाखा ने डा. पवन मालुसरे को फिर से कस्टड़ी में लेने के लिए अर्जी की थी. इसमें आर्थिक शाखा ने कोर्ट से पवन मालुसरे की पुलिस कस्टड़ी की मांग की, जिस पर कोर्ट उसे 3 दिन की पुलिस कस्टड़ी में लिया.
कई महत्वपूर्ण जानकारी लग सकती है हाथ
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में डा. पवन मालुसरे मास्टर माइड बताया जाता है. पुलिस की कस्टड़ी में आने से कई महत्वपूर्ण जानकारिया सामने आने की संभावना जताई जा रही है. अन्य 5 आरोपी जेल में न्यायिक हिरासत में कैद है, जबकि परिचारिका पूनम सोनोने व पवन मालुसरे फरार हो गए थे. जिन्होंने कोर्ट से जमानत लेने का भी प्रयास किया, लेकिन जमानत अर्जी रद्द हो जाने से पवन मालुसरे ने कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण किया.