Balwant Wankhede

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अमरावती. आगामी 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव की अधिसूचना 28 मार्च को जारी होगी. 4 अप्रैल को नामांकन भरने का अंतिम दिन है. कांग्रेस छोड़कर किसी भी पार्टी के उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई. मविआ की ओर से यह सीट 28 वर्षों बाद कांग्रेस के हिस्से में आयीं है. दर्यापुर के विधायक बलवंत वानखेडे के नाम की घोषणा की है. कांग्रेस की ओर से अपने सहयोगी दलों के नेता, पदाधिकारी से मेल मुलाकात करना शुरू कर दिया है. कार्यकर्ता भी एक्टिव हो गए हैं. लेकिन महायुति के प्रत्याशी के नाम की अधिकृति घोषणा न होने से मतदाताओं में अभी पूरी तरह जोश भरा नहीं है. 

शिंदे गुट से अडसूल अड़े 

भाजपा के नेतृत्व में बनी राज्य की महायुति का उम्मीदवार की घोषणा होना बाकी है. इस सीट पर भाजपा ने इस बार दावा किया है. राज्य के उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने भी यह बात कही है. निवृत्तिमान सांसद नवनीत राणा किस पार्टी से और किस चुनाव चिन्ह से चुनाव लड़ेंगी, यह अभी कहा नहीं जा सकता. फिर भी उन्होंने जिले में अपना प्रचार शुरू कर दिया है. पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल ने भी महायुति के तहत शिवसेना शिंदे गुट से अपना पुरजोर दावा कर रहे हैं. उन्होंने राज्य के भाजपा पदाधिकारी के साथ इस संदर्भ में बैठक की. गत चुनाव में सिर्फ 40 हजार वोटों से वह राणा से चुनाव में पराजित हुए थे. वह हर हाल में चुनाव लड़ने को इच्छुक है.

शिवसेना उबाठा से दिनेश बूब का दावा

शिवसेना उबाठा की ओर से दिनेश बूब, राणा के सामने चुनाव लड़ने हेतु प्रयास कर रहे हैं. पूर्व सांसद अनंत गुठे व अन्य पदाधिकारी इस बारे में मुंबई जाकर उद्धव ठाकरे से भेंट कर अमरावती की सीट पर दावा किया है. शनिवार को इस बारे में उनके कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया है. उनकी ओर से यह पर परंपरागत शिवसेना की सीट होने से मविआ की ओर से उबाठा को यह सीट देने का आग्रह कर रहे हैं. गत चुनाव में भाजपा-सेना की और से शिवसेना के अडसूल उम्मीदवार थे. उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं होने से पक्ष के नेता पदाधिकारी व कार्यकर्ता शांत बैठे हैं. 28 मार्च को अधिसूचना जारी होने के बाद उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है. तब तक पार्टी  अंदरूनी राजनीतिक हलचलें जारी है.