Rasta Roko Andolan

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चांदूर बाजार (सं). राज्य में जहां एक ओर आरक्षण सह विविध मुद्दे गरमाये हैं. ऐसे मे राज्य के नागरिकों सह किसानों के मूलभूत मुद्दे इन आंदोलनों के साथ मोर्चे के बीच गुम हो गये हैं. लेकिन लोक विकास संगठन द्वारा किसानों के विविध मुद्दों के हित में आज भी लड़ते देखा जा रहा है. इसी क्रम में सोमवार को जहां एक ओर पुरा देश मकर संक्रांति पर्व मना रहा है, वहीं लोक विकास संगठन ने किसानों के लिए अमरावती-परतवाड़ा मार्ग के आसेगांव पूर्णा में रास्ता रोको आंदोलन किया.

कर्ज माफ की मांग

किसान फसल उत्पादन खर्च दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में किसानी मालों के समर्थन मूल्यों को आरक्षण दिया जाए इस मांग के लिये 15 जनवरी को अमरावती परतवाड़ा मार्ग के आसेगांव पूर्णा में लोकविकास संगठन के गोपाल भालेराव के मार्गदर्शन में सैंकड़ों किसानों ने रस्ता रोको आंदोलन किया. करीब एक ते डेढ़ घंटा चले इस रास्ता रोको आंदोलन के चलते मुख्य रास्ते पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी. इस समय किसान विरोधी राज्य शासन की नीतियों का उपस्थित किसानों ने विरोध करते हुए घोषणा बाजी की. इस समय सोयाबीन, कपास, तुअर फसलों सह जिले में चार वर्षों से जारी अकाल के चलते किसानों को कर्ज माफी की मांग की गई. साथ ही अतिवृष्टि, बेमौसम व ओलावृष्टि की मदत जल्द देने की मांग भी की गई. विगत वर्ष के फसल बीमा राशि सह जंगली जानवरों से किसानों के फसल  संरक्षण सह विविध मांगों के लिये यह रास्ता रोको आंदोलन किया गया.

पुलिस तथा आंदोलनकारियों में बहस

लोकविकास संगठन के गोपाल भालेराव के मार्गदर्शन में  किसानों के विविध मांगों के लिये किया गया रास्ता रोको आंदोलन के दौरान हुए यातायात बाधित के चलते किसान तथा पुलिस प्रशासन के बीच शाब्दिक विवाद होने की जानकारी प्राप्त है. वहीं इस आंदोलन में रमण लंगोटे, विजय बाटे, अजय राऊत, मनोहर भेटालु, जावेद पठाण, राजू अकोलकर, रणजीत इंगले, मंगेश ठाकरे, ऋषिकेश रडके, आकाश खेलदार, अक्षय जवंजाल, त्रिशूल भुयार, गजानन लांजेवार, मनोज उपाध्ये, इरफान सौदागर, अंकुश लंगोटे, नाजीम सह सैंकड़ों किसान रस्ता रोको आंदोलन में शामिल हुए.