एक्शन में औरंगाबाद महानगरपालिका, तोड़ू कार्रवाई तेज

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    औरंगाबाद: औरंगाबाद महानगरपालिका प्रशासन (Aurangabad Municipal Corporation) ने तोड़ू कार्रवाई तेज कर दी है। इसके तहत शहर के चिश्तिया चौक और घाटी अस्पताल परिसर की बड़ी संख्या में अतिक्रमण (Encroachment) हटाए गए। यह कार्रवाई करते समय कुछ समय के लिए तनाव की स्थिति भी बनी थी, परंतु कड़े (Strict) पुलिस बंदोबस्त (Police Arrangements) के चलते महानगरपालिका प्रशासन अतिक्रमण हटाने में कामयाब रहा।

    औरंगाबाद महानगरपालिका अतिक्रमण विभाग का दस्ता पहले चिश्तिया चौक पहुंचा। वहां दस्ते ने चौक के चारो और फैली टपरियां, चौपहिया हाथगाडियां, लोडिंग रिक्शा में लगाए गए पंक्चर निकालने के दुकान, दृष्टिक्षेप में बाधा बन रहे बोर्ड, इलेक्ट्रिक पोल के बोर्ड के अतिक्रमण हटाए गए। अतिक्रमण हटाव कार्रवाई आरंभ करते ही चिश्तिया चौक में तनाव पैदा हुआ था। महानगरपालिका के दस्ते में शामिल अधिकारियों ने टपरियां और दुकानें हटाने के लिए कुछ समय दिया। जिसके बाद अतिक्रमण धारकों ने अपना सामान हटा दिया। उसके बाद महानगरपालिका का तोडू दस्ता ज्यूबली पार्क से पनचक्की रोड़ पर स्थित घाटी अस्पताल पहुंचा। अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार पर स्थित सभी अतिक्रमण हटाए गए। इसमें तीन लोहे की टपरियां, चार हाथ गाडियां, दो रसवंती गृह पर कार्रवाई की गई। वहीं एक दुकान पर कार्रवाई की गई। 

    घाटी अस्पताल के सामने की गई कार्रवाई एक दिखावा 

    बीते 10 सालों में महानगरपालिका प्रशासन ने घाटी अस्पताल परिसर में कई बार अतिक्रमण हटाए। उसके बाद अतिक्रमण धारक चंद दिनों बाद उसी स्थान पर अपना डेरा जमाते है। तोड़ू कार्रवाई तेज द्वारा फिर यह कार्रवाई क्यों की जाती, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। परिसर के नागरिकों का कहना था कि गरीब लोग घाटी अस्पताल परिसर में दुकानें लगाकर अपना पेट पाल रहे हैं। ऐसे में उन्हें वहां से हटाना उचित नहीं है। बार-बार महानगरपालिका द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर  बुधवार को अतिक्रमण हटाव मुहिम महानगरपालिका प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय के आदेश पर अतिरिक्त आयुक्त रविन्द्र निकम के मार्गदर्शन में अधिकारी सविता सोनवने, वसंत भोये, आरएस राचतवार, इमारत निरीक्षक पीबी गवली, सैय्यद जमशेद, रवीन्द्र देसाई, आरएम सुरासे, सागर श्रेष्ठ, अतिक्रमण हटाव के पुलिस कर्मचारी और महिला पुलिस कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।