Aurangabad Municipal Corporation

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    औरंगाबाद: स्वच्छ भारत अभियान (Swatchh Bharat Abhiyan) में औरंगाबाद (Aurangabad) को टॉप टेन (Top Ten) लाने के लिए औरंगाबाद महानगरपालिका प्रशासन ने जोरदार प्रयास शुरु किए है। इस साल मल पानी प्रक्रिया में फाइव स्टार रैकिंग पाने के लिए औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) ने प्रयास तेज किए है। हर साल फरवरी माह में केन्द्र सरकार का दल सर्वे (Survey) के लिए आता है। इस साल पर वे मार्च माह में आने के आसार है। इसको लेकर शहर को हरसंभव साफ सूत्रा रखने को लेकर प्रयास महानगरपालिका प्रशासन द्वारा जारी होने की जानकारी महानगरपालिका उपायुक्त सौरभ जोशी ने दी। 

    केन्द्र सरकार की ओर से पिछले कुछ सालों से स्वच्छ भारत अभियान चलाया जाता है। केन्द्रीय दल की ओर से सर्वे के बाद शहरों को रैकिंग दिए जाते है। महानगरपालिका को 10 लाख जनसंख्या वाले शहरों में टॉप टेन में स्थान प्राप्त कराने के लिए प्रयास जारी है। उपायुक्त जोशी ने बताया कि  गत साल 23वां स्थान मिला था। इसलिए इस साल औरंगाबाद को स्वच्छ भारत अभियान में टॉप टेन लाने के लिए युध्दस्तर पर प्रयास जारी है। इसको लेकर शहर को  साफ सूत्रा रखने को लेकर हर संभव  प्रयास जारी होने की जानकारी महानगरपालिका उपायुक्त सौरभ जोशी ने दी। 

    संपूर्ण जानकारी केन्द्र सरकार के वेबसाइट पर अपलोड 

    उन्होंने बताया कि शहर को ओडीएफ का मानांकन इससे पूर्व ही मिला है। इस साल साढ़े सात हजार अंकों की स्पर्धा है। कई निकषों में केन्द्र ने बदलाव किया है। अब हर तीन माह में दस्तावेजों की पूर्तता करना पड़ती है। औरंगाबाद महानगरपालिका ने संपूर्ण जानकारी केन्द्र सरकार के वेबसाइट पर अपलोड की है। इस साल शहर के मल पानी  प्रक्रिया पर महानगरपालिका की ओर से प्रक्रिया की जा रही है। इस बारे में गत वर्ष दस्तावेजों की कार्रवाई का पालन नहीं किया गया था, लेकिन इस साल मल पानी प्रक्रिया पर फाइव स्टार रैकिंग पाने के लिए प्रयास शुरु किए गए है। महानगरपालिका को ओडीएफ और दूषित पानी पर किए जानेवाले प्रक्रिया के चलते कम से कम 1,300 अंक मिलने का दावा महानगरपालिका उपायुक्त सौरभ जोशी ने किया।