nikhil gupta

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    औरंगाबाद: शहर पुलिस (Aurangabad Police) कमिश्नर का पदभार जबसे डॉ. निखिल गुप्ता (Police Commissioner  Dr. Nikhil Gupta) ने संभाला है, तबसे वे शहर में घटित होनेवाले हर मामले में पैनी नजर रखकर अपने मातहत अधिकारियों को घटित मामले में तत्काल जांच कर दोषियों को गिरफ्तार (Arrested) करने के लिए सख्त आदेश देते है। डॉ. गुप्ता द्वारा अपनाये जानेवाले विविध तरीकों से शहर पुलिस गत वर्ष दर्ज हुए कुल मामलों में से  84 प्रतिशत मामलों को उजागर करने में कामयाब हुई है। जिसका सारा श्रेय शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता को जाता है। 

    सीपी डॉ. गुप्ता ने शहर के सीपी का पदभार संभालने के बाद जांच में बेहतर काम करनेवाले अधिकारियों की प्रशंसा करने के साथ ही उन्हें रिवार्ड देने का सिलसिला जारी रखा है। गत वर्ष उन्होंने बेहतर काम करनेवाले अधिकारियों और कर्मचारियों को 25 लाख रुपए के रिवार्ड दिए है। रिवार्ड देते समय उन्होंने किसी प्रकार की अपनी वाहवाही नहीं लूटी। वहीं, दूसरी और जो पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अपने काम में लापरवाही करते है, उन्हें पुलिस थाना पहुंचकर खूब खरी-खोटी सुनाने में  डॉ. गुप्ता पीछे नहीं हैं। यहीं कारण है कि बीते सन 2021 में दाखिल हुए कुल 4 हजार 585 मामलों में से 3 हजार 514 अपराधों को शहर पुलिस उजागर करने में कामयाब हुई। मामलों को हल करने का प्रमाण 84 प्रतिशत रहा। 

    नशाखोरी से बढ़ रहे अपराध 

    प्रेस वार्ता में  सीपी डॉ. निखिल गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन काल में लोगों को काम न मिलने से वे हताश होकर अपराधों की ओर बढ़ रहे थे। लॉकडाउन काल में रोजगार के अवसर उपलब्ध न होने से परिवार में विवाद, और कई मामले सामने आए। विशेषकर, युवा वर्ग नशाखोरी में लिप्त हुआ। जिससे वे नशे में खून करना, हंगामा करना, हमला करने की घटनाओं को अंजाम देते रहे। सीपी ने साफ किया कि शहर पुलिस नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयासों में जूटी है। 

    31 खून के मामले हुए है दर्ज 

    गुप्ता ने बताया कि बीते वर्ष में 31 हत्या के मामले दर्ज हुए थे। यह सभी मामले उजागर करने में शहर पुलिस कामयाब हुई है। वहीं, 88 बलात्कार के मामले दर्ज हुए थे, जिसमें 87 मामलों को शहर पुलिस उजागर कर पाई। मंगल सूत्र चोरी के 38 घटनाएं घटी थी, जिसमें 24 मामले उजागर हुए। सीपी ने कहा कि हाईप्रोफाइल हत्या के मामले में साइबर और क्राइम ब्रांच पुलिस ने बेहतर जांच करते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। विशेषकर, चैन स्नैचिंग की घटनाओं में भी क्राइम ब्रांच पुलिस ने ईरानी टोली का भंडाफोड़ करने के बाद से चैन स्नैचिंग की घटनाओं में निरंतर कमी होने का दावा सीपी डॉ. गुप्ता ने किया।

    चोरी के वाहन ढूंढने में सिटी चौक पुलिस के कार्य की प्रशंसा 

    सीपी डॉ. निखिल गुप्ता ने शहर के सिटी चौक पुलिस द्वारा बीते वर्ष में वाहन चोरी के मामले बड़े पैमाने पर उजागर करने में की गई कार्य की प्रशंसा की। सीपी डॉ. गुप्ता ने कहा कि सिटी चौक थाना क्षेत्र में बीते वर्ष में बड़ी संख्या में वाहन चोरी के मामले दर्ज हुए थे। उसमें सिटी चौक पुलिस ने बेहतर कार्य करते हुए लगभग सभी वाहन चोरी के मामले उजागर किए। सीपी ने साइबर पुलिस थाना द्वारा किए गए कार्य की भी प्रशंसा की। सीपी ने कहा कि आए दिन उच्च शिक्षित आरोपी ऑनलाइन लोगों को झांसा देकर बड़ी रकम  लूट रहे है। शहर की साइबर पुलिस ने साइबर अपराधों को उजागर करने में भी बेहतर कार्य किया है। सीपी ने 52 लोगों की जान बचाने में कामयाब हुई दामिनी पथक में कार्यरत पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्य की प्रशंसा की। 

    यातायात शाखा ने वसूला साढ़े ग्यारह करोड़ का राजस्व 

    शहर यातायात पुलिस ने बीते वर्ष यातायात नियमों का उल्लघंन करनेवाले 3 लाख 64 हजार वाहन धारकों पर कार्रवाई करते हुए उनसे 11 करोड़ 66 लाख रुपए का राजस्व वसूला। एक सवाल के जवाब में सीपी ने बताया कि फिरौती मामले शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा जल्द ही एक स्वंतत्र शाखा की स्थापना की जाएगी। वहीं, पुलिस के स्वास्थ्य से संबंधित एक शाखा भी 26 जनवरी को स्थापित की जाएगी। प्रेस वार्ता में उपायुक्त अपर्णा गिते, उपायुक्त उज्जवला बनकर उपस्थित थी।