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    औरंगाबाद: शहर में आए दिन गंभीर रुप से निर्माण हो रही यातायात समस्या (Traffic Jam) से राहत (Relief) देने और शहर के नागरिकों का जीवन स्तर ऊंचा करने के लिए औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) और औरंगाबाद स्मार्ट सिटी शहर में पार्किंग पॉलिसी ( Parking Policy) लॉंच करेगी।  औरंगाबाद महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय के मंजूरी के बाद पॉलिसी का प्रस्ताव मंजूर किया गया है।  इसलिए जल्द ही शहर में पॉर्किंग की सुव्यवस्था दिखायी देगी।  विशेषकर प्रशासक पांडेय के निर्देश पर तृतीयपंथी समाज के लोगों को पार्किंग के व्यवस्थापन में अवसर दिया जाएगा।  

    औरंगाबाद महानगरपालिका कमिश्नर और स्मार्ट सिटी के सीईओ आस्तिक कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में गत कुछ माह से पॉर्किंग पॉलिसी तैयार करने का काम जारी था।  महानगरपालिका उपायुक्त और स्मार्ट सिटी के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी अपर्णा थेटे के देखरेख में स्मार्ट सिटी टीम, मुंबई के यातायात तज्ञ तृप्ति अमृतवार वैतला और अशोक दातार यह पार्किंग पॉलिसी तैयार करने का काम कर रहे थे। 

    कमिश्नर ने दी पॉलिसी को मंजूरी

    उसके लिए अर्बन रिसर्च फाउंडेशन संस्था ने मदद की। सभी के प्रयास के बाद पॉलिसी तैयार हुई है। कमिश्नर के मंजूरी के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। उसके लिए आईटीडीपी यह संस्था महानगरपालिका को सहकार्य कर रही है। यह पॉलिसी शहर में अमलीजामा पहनाने के लिए स्थानीय स्टार्टअप कर्बलेट साथ करार किया गया।  यह स्टार्टअप नवीनतापूर्ण और आधुनिक तकनीकी युक्त उपाय योजना द्वारा पार्किंग का व्यवस्थापन किया जाएगा।  

    इन स्थानों पर होगा पायलट प्रोजेक्ट 

    शहर के 7 स्थानों पर प्रायोगिक तत्व पर यह पायलट प्रोजेक्ट होगा। जिसमें कैनाट प्लेस, जिला न्यायालय के सामने वाला स्थान, पुंडलीक नगर, टीवी सेंटर, निराला बाजार और सुतगिरणी इन 7 स्थानों पर इस पायलट प्रोजेक्ट पर अमलीजामा पहनाया जाएगा। स्टार्टअप कर्बलेट संस्था द्वारा मैनपावर, मार्किंग, साइन बोर्ड आदि सुविधाओं की आपूर्ति की जाएगी। इस पॉलिसी के अंतर्गत पार्किंग जोन,  नो पार्किंग जोन, फ्री पार्किंग जोन इन चरणों में मार्किंग की जाएगी। विशेषरुप से कर्बलेट संस्था के मोबाइल एप द्वारा नागरिक अपनी गाड़ी की पार्क करने के लिए खुद अपना स्थान का चयन करेंगे, इसलिए उन्हें अपनी गाड़ी जल्द मिलने में मदद होगी। 

    दो साल के लिए किया गया करार

    इस प्रकल्प के चलते शहर में ट्रैफिक जाम जैसी समस्या, बढ़ते वाहनों के चलते होनेवाले प्रदूषण आदि समस्या हल होने में मदद होगी। वहीं पार्किंग के लिए होनेवाली परेशानियों से शहरवासियों को राहत मिलेगी। शहर के सड़कों पर पार्क होनेवाले गाड़ियों को भी जगह मिलेगी। साथ ही सड़कें भी खुली रहेगी।  पैदल चलने वाले नागरिकों  को भी परेशानी नहीं होगी। शुक्रवार को इस पॉलिसी का प्रस्ताव मंजूर किया गया। इसके लिए महानगरपालिका के साथ स्टार्टअप ने एक एमओयू करार किया है। आगामी दो साल के लिए यह करार किया गया है।