Municipal Commissioner Dr. Abhijit Chaudhary
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    औरंगाबाद : शहर में बड़े पैमाने पर अवैध नल कनेक्शन (Illegal Tap Connection) है। इन नल कनेक्शन को ढूंढ निकालकर उन्हें लिगल करने की कार्रवाई करने के अलावा नल कनेक्शन लिगल न करने वालों पर कानूनी कार्रवाई (Legal Action) करने के लिए तीन दलों का गठन किया गया है। तीन दलों के गठन को लेकर महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी (Municipal Commissioner Dr. Abhijit Chaudhary) ने एक आदेश जारी किया है। 

    उन्होंने देर शाम पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि शहर के मुख्य लाइन और फिडर लाइन पर लिए गए अनाधिकृत नल कनेक्शन ढूंढकर उन कनेक्शन को तोड़ने के लिए तीन दलों का गठन किया गया है। इसमें महानगरपालिका के मुख्य लेखाधिकारी संतोष वाहुले जोन क्र. 1, 2 और 9 के दल प्रमुख रहेंगे। वहीं, अतिरिक्त आयुक्त रविन्द्र निकम जोन क्र. 3, 4 और 5 के दल प्रमुख रहेंगे। उपायुक्त राहुल सूर्यवंशी यह जोन क्र. 6, 7 और 8 के दल प्रमुख रहेंगे।  इन दल प्रमुखों ने अपने अपने जोन के मुख्य पाइप लाइन पर स्थित अवैध रुप से लिए गए व्यावसायिक नल कनेक्शन तोड़कर संबंधितों पर कानूनी कार्रवाई  करने का जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही मुख्य पाइप लाइन पर स्थित अनाधिकृत घरेलू नल कनेक्शन तोड़कर उसे नियमित करना और उन नल कनेक्शन को छोटी पाइप लाइन पर ट्रांसफर करने के आदेश जारी किए है। विशेषकर, घरेलू अवैध नल कनेक्शन धारक ने अपना नल कनेक्शन लिगल नहीं कराया तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई किए जाने की जानकारी महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी ने दी। उन्होंने दावा किया कि अनाधिकृत नल कनेक्शन तोड़ने की मुहिम को गति दी गई तो पानी की होने वाली बर्बादी को रोका जा सकता है। 

    जल्द एक दिन गैप देकर पेयजल आपूर्ति करना असंभव 

    एक सवाल के जवाब में डॉ. चौधरी ने साफ किया कि मौजूदा हालत में एक दिन गैप देकर पानी देना असंभव है। आगामी ग्रीष्मकालीन मौसम में शहरवासियों को वर्तमान में दिए जा रहे समय के अनुसार ही पेयजल आपूर्ति करने का नियोजन अभी से प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन पानी के लीकेज ढूंढकर उन्हें बंद करने के काम में जूटा है। ड्रैनेज का गंदा पानी पेयजल के पाइप लाइन में आने वाले मामलों को रोकने पर भी प्रशासन ने कड़े कदम उठाने शुरु किए है। उसके लिए कुछ इलाकों को चुनकर उस पर नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। जब उनसे रैम्की कंपनी को 25 करोड़ रुपए का देने का तत्कालीन आयुक्त द्वारा लिए गए निर्णय पर पूछे गए सवाल पर डॉ. चौधरी ने बताया कि मैंने उस मामले की फाईल अभ्यास के लिए मंगाई है। फाईल पर अभ्यास कर ही अगला निर्णय लिया जाएगा। 

    प्रतिनियुक्ति पर अधिकारी लाने मेरे स्तर पर करुंगा प्रयास 

    महानगरपालिका कमिश्नर ने बताया कि महानगरपालिका में बड़ी संख्या में विविध अधिकारियों के रिक्त पदों को सरकार द्वारा भरकर अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर लाने के लिए वे अपने स्तर पर प्रयास करेंगे। शहर के तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर द्वारा शहर में महानगरपालिका के निधि से 200 करोड़ रुपए के सड़कों के काम करने के लिए निर्णय पर डॉ. चौधरी ने साफ किया कि करों की राशि के वसूली पर ही सड़कों का काम निर्भर है।