दोपहिया वाहनों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए गुणवत्ता केंद्रित दिशा, निर्देश जारी करेगी सरकार : अरिंदम लहरी

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    औरंगाबाद : सरकार ने पिछले कुछ दिनों में इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों (Electric Vehicle Companies) को दोपहिया ईवी (Two Wheeler EV) के संदर्भ में नए मॉडल (दोपहिया) लॉन्च करने पर रोक लगा दी है, लेकिन फिलहाल बाजार में उपलब्ध ई-बाइक को बेचने की कोई बाध्यता नहीं है। ऑटोमोटिव स्किल डेवलपमेंट काउंसिल (Automotive Skill Development Council) के सीईओ अरिंदम लहरी (CEO Arindam Lahiri) ने कहा कि प्रतिबंध अस्थायी है और सरकार जल्द ही गुणवत्ता-केंद्रित दिशानिर्देश जारी करेगी। वे सीएमआईए (CMIA) और सीएसएमएसएस छत्रपति साहू इंजीनियरिंग कॉलेज (CSMSS Chhatrapati Sahu Engineering College) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित छठे एनर्जी कॉन्क्लेव (Energy Conclave) के दौरान ईवी नीति पर एक सेमिनार में बोल रहे थे।

    उन्होंने आगे कहा कि पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते को स्वीकार करते हुए भारत ने 2030 तक अपने कार्बन उत्सर्जन को 33 फीसदी तक कम करने का फैसला किया है। भारत दुनिया के साथ ईवी तकनीक को अपनाता है। लेकिन भारत में दुपहिया वाहनों की संख्या 80% है और तिपहिया वाहनों की संख्या अन्य विकसित देशों की तुलना में अधिक है, इसलिए हमें ईवी तकनीक को अपनाने के दौरान एक अलग चुनौती का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ईवी वाहन एक उभरता हुआ क्षेत्र है जिसमें छात्रों, उद्योग और विशेषज्ञों के लिए अपार संभावनाएं हैं और इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा फेम जैसी कई योजनाएं लागू की जा रही हैं।

    सीएमआईए द्वारा आयोजित इस वर्ष के ऊर्जा सम्मेलन का विषय ई-मोबिलिटी इकोसिस्टम फ्यूचर ट्रेंड्स एंड अपॉर्चुनिटी है

    सम्मेलन के दूसरे दिन पहले सत्र में आईआईटी मुंबई के प्रो. जाकिर हुसैन ने प्रौद्योगिकी शिक्षा में ईवी पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी। दूसरे सत्र में टाटा टेक्नोलॉजी के गोपाल अथानी ने बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (बीएमएस) पर बात की जो ईवी मोबिलिटी के लिए महत्वपूर्ण है। बीएमएस में मुख्य रूप से बैटरी के संदर्भ में माप, अनुमान, नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण घटक होते हैं। तीसरे सत्र में गोगो कंपनी के प्रवीण कुमार ने ईवी चार्जिंग स्टेशन के निर्माण की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने औरंगाबाद के शेंद्रा, औरिक में एक चार्जिंग स्टेशन प्लांट स्थापित किया है, जिसमें से अब तक 1000 से अधिक चार्जिंग स्टेशन विकसित किए जा चुके हैं।

    कार्यक्रम के समापन समारोह में, अरिंदम लहरी ने सीएमआईए और सीएसएमएसएस की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के सम्मेलन से शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग को एक साथ काम करने में मदद मिलेगी। सीएमआईए सचिव और परिषद समन्वयक सतीश लोनीकर ने उनका धन्यवाद किया। इस समय कलमेश धूत, शिवप्रसाद जाजू, आर. पी देशपांडे, प्राचार्य उल्हास शिंदे, श्रीकांत देशमुख, अभय मुदिराज, राहुल देशपांडे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।