जानें क्यों औरंगाबाद में नंद कुमार घोडेले ने किया प्रदर्शन, जानें क्या है पूरा मामला

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    औरंगाबाद : शहर के मुख्य रेलवे (Railway Station) स्थानक के प्लेटफॉर्म (Platform) पर महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा महिला गृह उद्योग ( Home Industry) और अन्य छोटे उद्योंगो (Small Industries) के लिए स्टॉल लगाने की परमिशन दी गई है। छोटे स्टॉल धारक रेलवे स्थानक के प्लेटफॉर्म पर लगाए शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) के तैलचित्र के सामने स्टॉल लगा रहे थे।  इसकी जानकारी शहर के पूर्व मेयर नंद कुमार घोडेले (Nand Kumar Ghodele) को पता चलने पर वे अपने समर्थकों के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने शिवाजी महाराज के तैलचित्र के सामने स्टॉल लगाने का जोरदार विरोध करने पर रेलवे स्टेशन के अधिकारी घबराएं और उन्होंने शिवाजी के तैलचित्र के सामने स्टॉल नहीं लगने दिए। 

    पूर्व मेयर नंद कुमार घोडेले ने बताया कि उन्होंने ही शिवाजी महाराज की जयंती पर रेलवे स्थानक के प्लेटफार्म पर शिवाजी महाराज का तैलचित्र लगाया था। उन्हें सूचना मिली कि छत्रपति शिवाजी महाराज के तैलचित्र के सामने केंद्र सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा महिला और गृह उद्योगों के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा स्टॉल धारकों को स्टॉल लगने के दिए परमिशन के तहत स्टॉल लगा रहे है। घोडेले ने बताया रेलवे स्थानक के अधिकारी स्टॉल के  लिए शिवाजी महाराज का तैलचित्र अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने के फिराग में थे। इसी दरमियान नंद कुमार घोडेले को छावा संगठन के योगेश केवारे ने फोन कर शिवाजी की तैलचित्र हटाने के प्रयास की जानकारी दी। 

    रेलवे स्टेशन परिसर में बिगड़ सकता है माहौल

    जानकारी मिलते ही पूर्व मेयर नंद कुमार घोडेले अपने समर्थको के साथ रेलवे स्थानक पहुंचे। उन्होंने रेलवे प्रशासन के अधिकारी राय, अमरसिंह, जाखडे और  वेदांत नगर पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर चेताया कि वे किसी भी हालत में शिवाजी महाराज की तैलचित्र प्लेटफार्म से न हटाए। वरना, इससे रेलवे स्थानक परिसर में माहौल बिगड़ सकता है। घोडेले और उनके समर्थकों ने रेलवे प्रशासन के इस कारनामें के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर  विरोध किया। घोडेले के सख्त चेतावनी के बाद रेलवे प्रशासन घबराया और उसने शिवाजी का तैलचित्र हटाने का प्लान बदल दिया। उसके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज और भारत रत्न डॉ. बाबासाहाब आंबेडकर के तैलचित्र को घोडले और उनके समर्थकों पुष्पमाला पहनाकर अभिवादन कर घोषणा बाजी की।