G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों में नागरिकों की भागीदारी महत्वपूर्ण: कलेक्टर आस्तिक कुमार

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    औरंगाबाद : जी-20 अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (G-20 International Conference) के अवसर पर औरंगाबाद जिला शहर की विविधता को प्रदर्शित करने का अवसर है। जिला प्रशासन (District Administration) की ओर से जी-20 सम्मेलन की तैयारियां चल रही हैं और इसमें नागरिकों (Citizens) की भागीदारी (Participation) भी अहम होगी। कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय (Collector Astik Kumar Pandey) ने इस अवसर पर नागरिकों से ‘आओ शहर बनाएं’ अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। 

    जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधि 13 और 14 फरवरी 2023 को औरंगाबाद जिले में अजंता, एलोरा की गुफाओं और अन्य विभिन्न स्थानों का दौरा करेंगे। कलेक्टर पांडेय ने आज इस सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर महानगरपालिका के प्रशासक और कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी, जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कलवानिया, अपर कलेक्टर डॉ. अनंत गव्हाणे, रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर अप्पासाहेब शिंदे आदि उपस्थित थे। 

    वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भेजने से आम नागरिकों की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी

    कलेक्टर पांडेय ने कहा कि जी-20 सम्मेलन के अवसर पर औरंगाबाद महानगरपालिका को प्रदर्शन का अवसर मिल रहा है। वैश्विक स्तर पर महानगर की एक अलग पहचान होगी। इसलिए सम्मेलन के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां की जा रही हैं और महानगर के नागरिकों की भागीदारी भी अति आवश्यक है। इसके लिए सभी नागरिकों को ‘आओ शहर बनाएं’ अभियान में सहभागी बनना चाहिए। इसमें नागरिक अपने घर और आसपास साफ-सफाई रखें, घर को रंग-रोगन कराएं, दीवाली की तरह घर को बिजली दें और समाज का सौंदर्यीकरण करें, सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई रखें, सड़क पर अंधाधुंध वाहन न खड़ा करें, सिग्नलों का पालन करें, सरकारी सोशल मीडिया का पालन करें, रेपोस्ट करें, शहर को सकारात्मक तरीके से पहचानें। इसके साथ ही ऐतिहासिक स्थलों, पुलिस, सफाई कर्मियों और सामाजिक उपयोगी गतिविधियों के बारे में लघु वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भेजने से आम नागरिकों की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जी-20 सम्मेलन के मौके पर आम नागरिकों की भागीदारी से शहर की ब्रांडिंग में भी मदद मिलेगी।

    बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद

    सरकारी कार्यालयों का सौंदर्यीकरण भी महत्वपूर्ण है और भवनों का विद्युतीकरण, सार्वजनिक स्थानों की पेंटिंग, हवाई अड्डे से बाहर निकलने वाले वाहनों की योजना, जी-20 सम्मेलन के अवसर पर नियंत्रण कक्ष, योजना के बारे में नियमावली, इसके अलावा आने वाले प्रतिनिधियों को अच्छी गुणवत्ता वाली सुविधाएं प्रदान करना। जी-20 सम्मेलन, सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ औद्योगिक और पर्यटन स्थलों को देखा जाना चाहिए। कलेक्टर पांडेय ने सुझाव दिया कि आवास व्यवस्था, यात्रा व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधा और समस्त सुविधाओं की कड़ाई से योजना बनाकर संबंधित व्यवस्थाओं के समन्वय से कार्य किया जाये। जी-20 सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों के आवास, सुरक्षा, परिवहन और अन्य सहायक व्यवस्थाओं के अलावा, एलोरा, अजंता में सुविधाओं, सड़कों के रखरखाव और मरम्मत, सड़कों पर नोटिस बोर्ड, जल आपूर्ति आदि की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी और पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधि उपस्थित थे।