Sewage Treatment Plant

    Loading

    औरंगाबाद : औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) द्वारा झाल्टा फाटा के निकट स्थित सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट (Sewage Treatment Plant) (एसटीपी) से प्रक्रिया होकर बाहर आने वाले पानी का खेती के लिए दूबारा इस्तेमाल करने वाले देश के प्रथम पथदर्शी योजना का शुभारंभ और लोकार्पण शनिवार को महाराष्ट्र के उद्योगमंत्री और जिले के पालकमंत्री सुभाष देसाई (Subhash Desai) के हाथों किया गया। 

    इस पथदर्शी प्रकल्प के चलते किसानों की खेती सुजलाम सुफलाम होगी। इस प्रकल्प के लिए पहल करने वाले महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय और पानी का इस्तेमाल करने वाले किसानों का देसाई ने अभिनंदन किया। औरंगाबाद महानगरपालिका 2030 वॉटर रिसोर्स ग्रुप, नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी प्रकल्प, युवा मित्र, सुखना जलक्रांति पेयजल इस्तेमाल संगठन के संयुक्त तत्वावधान में झाल्टा, सुंदरवाडी में एसटीपी प्लांट के इस पथदर्शी योजना का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर सुनील चव्हाण, विधायक अंबादास दानवे, उमेष वाघ, झाल्टा ग्राम पंचायत के सरपंच वर्षा शिंदे, शहर अभियंता सखाराम पानझडे, अभियंता भागवत फड उपस्थित थे। 

    अपशिष्ट जल का दूबारा इस्तेमाल समय की जरुरत – देसाई 

    एसटीपी प्लांट से निकनले वाले अपशिष्ट जल का इस्तेमाल दूबारा करना  समय की जरुरत  है। भविष्य में कई देशों में पानी की किल्ल्त महसूस होगी। इसलिए बर्बाद होने वाले अपशिष्ट जल का इस्तेमाल दूबारा करना चाहिए। सरकार इस बारे में अपशिष्ट पानी के दूबारा इस्तेमाल के लिए योजना चला रही है। इस योजना के लिए महानगरपालिका ने पहल करने से झाल्टा का  एसटीपी प्लांट कार्यान्वित हुआ है। यहां प्रक्रिया होकर बाहर आने वाले पानी का इस्तेमाल खेती के लिए किया जाएगा। काफी महत्त्वपूर्ण पथदर्शी योजना कार्यान्वित होने पर पालक मंत्री देसाई ने खुशी जाहिर की। यह पानी खाद मिश्रीत है। उसका खेती को बेहतर फायदा होगा। विशेषकर, अपशिष्ट पानी को लेकर परिसर के किसानों में गलतफहमी थी। वह दूर कर किसानों ने एसटीपी प्लांट का प्रक्रिया होकर बाहर आने वाले पानी का इस्तेमाल खेती में करने के लिए पहल की है। अंत में देसाई ने कहा कि नदियां प्रदूषित करने वाले अपशिष्ट जल प्रक्रिया प्रकल्प पर अमलीजामा पहनाया  गया तो किसानों को बड़े पैमाने पर फायदा होगा।  

    कांचनवाडी के प्लांट का पानी शहर में लाया जाएगा

    इस अवसर पर अपने विचार में महानगरपालिका आस्तिक कुमार पांडेय ने कहा कि झाल्टा के एसटीपी प्लांट से प्रक्रिया किए हुए अपशिष्ट पानी का इस्तेमाल खेती में करने वाला यह देश का प्रथम प्रकल्प है। वल्र्ड बैंक के अधिकारियों ने किसानों से संवाद साधकर से इस प्रकल्प के बारे में जानकारी दी। इस प्रकल्प को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शहर अभियंता सखाराम पानझडे, भागवत फड, तनपुरे के कार्य की कमिश्नर पांडेय ने प्रशंसा की। इस प्रकल्प से 35 एमएलडी पानी किसानों को दिया जाएगा। आस्तिक पांडेय ने बताया कि कांचनवाडी और पडेगांव में भी एसटीपी प्लांट है। कांचनवाडी के प्लांट का पानी शहर में लाया जाएगा।

    वहीं, पडेगांव के एसटीपी प्लांट का पानी जंगल सफारी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कमिश्नर ने बताया कि झाल्टा के एसटीपी प्लांट से किसान अवैध रुप से पानी का इस्तेमाल कर रहे थे। यह बात सामने आने पर वल्र्ड बैंक के अधिकारियों के माध्यम से किसानों से संवाद साधकर पानी इस्तेमाल संगठन और किसानों को शामिल कर प्रक्रिया किया हुआ पानी देने का प्रकल्प शुरु किया गया। प्लांट से पानी लेने के लिए किसानों ने खुद के खर्च से पाइप लाइन  बिछाई है।  इस प्रकल्प के लिए महानगरपालिका ने 15 लाख रुपए खर्च किए जाने की जानकारी महानगरपालिका कमिश्नर पांडेय ने दी।