राज्य चुनाव आयोग ने संबंधितों के खिलाफ केस दर्ज करने का दिया आदेश

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    औरंगाबाद : पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया (Social Media) पर महानगरपालिका चुनाव (Municipal Election) को लेकर प्रशासन (Administration) द्वारा तैयार किए हुए प्रभाग रचना (Division Composition) प्रारुप (Format) की कॉपी प्रसिद्ध हुई  है। इस पर औरंगाबाद पश्चिम के शिवसेना विधायक संजय सिरसाठ (Shiv Sena MLA Sanjay Sirsath) ने कड़ी आपत्ति जताते हुए राज्य चुनाव आयोग (State Election Commission) के कमिश्नर उविंदर पाल सिंह मदान (Commissioner Uvinder Pal Singh Madan) से मुलाकात कर सोशल मीडिया पर प्रभाग रचना प्रारुप की कॉपी प्रसिद्ध करनेवालों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की। इस मांग पर राज्य चुनाव कमिश्नर मदान ने तत्काल संबंधितों (Concerned) पर अपराध दर्ज करने के आदेश दिए। जिससे सोशल मीडिया पर प्रभाग रचना प्रारुप की कॉपी प्रसिद्ध करने वालों में खलबली मची है। 

    मैप मिलने में देरी के कारण डेडलाइन मिस 

    विधायक सिरसाठ ने राज्य चुनाव आयोग कमिश्नर मदान को ज्ञापन देकर चर्चा की। तब मदान ने औरंगाबाद महानगरपालिका चुनाव के लिए प्रशासन द्वारा तैयार किया हुआ, प्रभाग रचना प्रारुप लिक होने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए इस मामले में लिप्त अधिकारियों पर तत्काल मामले दर्ज करने के आदेश दिए।  विधायक सिरसाठ ने राज्य चुनाव आयोग कमिश्नर को दिए ज्ञापन में बताया कि, गत एक साल से महानगरपालिका चुनाव प्रलंबित है। राज्य चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया शुरु की है। प्रभाग रचना का प्रारुप 17 मई को भेजने के आदेश चुनाव आयोग ने महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय को दिए थे। परंतु, प्रारुप तैयार करने के लिए चुनाव आयोग की ओर से मैप मिलने में हुई देरी के चलते डेडलाइन मिस हुई। राज्य चुनाव आयोग ने दी हुई जनसंख्या और  महानगरपालिका के पास स्थित जनसंख्या में अंतर है। इसका हल निकालने  के लिए महानगरपालिका के कुछ अधिकारियों को मुंबई में चुनाव आयोग कार्यालय बुलाया गया है। इसी दरमियान महानगरपालिका चुनाव के लिए प्रशासन द्वारा राज्य चुनाव आयोग के पास पेश किए हुए प्रभाग रचना प्रारुप की कॉपी सोशल मीडिया पर लिक हुई। इस पर विधायक सिरसाठ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए इसके लिए महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिककुमार पांडेय को जिम्मेदार ठहराया। 

    कुछ लोगों के फायदे के लिए तैयार किया गया प्रभाग रचना प्रारुप 

    विधायक सिरसाठ ने प्रभाग रचना प्रारुप लिक होने को लेकर कई सवाल उपस्थित करते हुए आरोप लगाया, कि कुछ लोगों के फायदे लिए  प्रभाग रचना प्रारुप तैयार किया गया। महानगरपालिका में ठेका पद्धति पर काम करने वाले कुछ कर्मचारियों का हाथ होने को लेकर जारी चर्चा पर भी सिरसाठ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि महानगरपालिका अधिकारी क्या ठेका पद्धति पर काम करने वाले कर्मचारियों के इशारे पर काम कर रहे है। ऐसे में महानगरपालिका का कामकाज क्या ठेका पद्धति पर काम करने वाले कर्मचारी चला रहे है। यह सवाल भी सिरसाठ ने उपस्थित किया। महानगरपालिका के जिन अधिकारियों ने किसी के फायदे के लिए प्रभाग रचना प्रारुप तैयार किया, उसकी गहराई से जांच कर संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग विधायक सिरसाठ ने राज्य चुनाव आयोग कमिश्नर उविंदर पाल सिंह मदान से की। इस मांग पर राज्य चुनाव आयोग कमिश्नर मदान ने प्रभाग रचना प्रारुप लिक मामले में महानगरपालिका के संबंधित अधिकारियों पर मामले दर्ज करने के आदेश दिए है।