भंडारा. मंगलवार को ईद-उल-फितर यानी मीठी ईद का पर्व धुमधाम से मनाया गया. साल 2020 के बाद दो साल कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से घर में ईद की नमाज पढ़नी पड़ी थी. कोरोना मुक्ति के बाद यह पहली मिठी ईद का पर्व था. जिससे नमाजियों के चेहरे पर खुशी को देखा जा सकता था.
भंडारा शहर के अलावा, मोहाडी, तुमसर, अड्याल, पवनी, लाखांदूर, साकोली, लाखनी में ईद का उल्लास देखते ही बनता था. नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद दी. इस अवसर पर बंदोबस्त पर मौजूद प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की ओर से भी नमाजियों को ईद की शुभकामनाएं दी गयी.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
ईद का पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की थी. जिले में 68 पुलिस अधिकारी, 408 पुलिसकर्मी, 248 होमगार्ड एवं एसआरपीएफ का एक प्लाटून को कानून एवं सुव्यवस्था का जिम्मा दिया था. जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव एवं एएसपी अनिकेत भारती के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया. जिसकी वजह से मंगलवार को ईद का पर्व पारंपरिक उल्लास एवं भाईचारे का परिचय देते हुए मनाया गया.
भंडारा शहर में शीतलामाता मंदिर के सामने स्थित मैदान में नमाज पढ़ी जाती है. इस नमाज में कोई खलल न पडे, इसलिए राजीव गांधी चौक, खामतलाव चौक, गवली नर्सिंग होम चौक आदि स्थानों पर में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए है. वहां से कुछ देर के लिए यातायात को मोड़ दिया गया था.