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    • गृह मंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने माना 
    • महिला सायकोसिस से पीड़ित, बयान बदला 

    भंडारा. सूबे के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कुछ दिन पहले भंडारा में एक महिला से हुए नृशंस दुष्कर्म को लेकर सदन में आज चौंकाने वाला बयान दिया है. फडणवीस ने भंडारा-गोंदिया मामले का विस्तृत ब्यौरा सदन के समक्ष पेश करते हुए यह माना की यह महिला कभी पुलिस हिरासत में थी और अगर वह थाना छोड़ ना जाती तो उसके साथ दूसरी बार घिनौना दुष्कर्म ना होता. हालांकि फडणवीस ने स्वीकार किया कि इस मामले में पुलिस से गंभीर चूक हुई है.

    उन्होंने आगे कहा की इस मामले में महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में अब एसआईटी जांच की जा रही है. साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि महिला को न्याय मिलेगा और उसका उचित इलाज होगा. 

    उल्लेखनीय है की 30 जुलाई को महिला झगड़े के चलते गुस्से में घर से निकली थी. वह यह कहकर घर से पैदल ही निकली कि वह अपनी मां के पास जा रही है. महिला के बयान के अनुसार टेंपो ट्रैव्लर गाड़ी के चालक श्रीराम उरकूड़े ने महिला को घर पर छोड़ देने के बहाने उसे बैठाया और दो दिन तक लगातार अलग अलग जगह ले जाकर मारपीट और दुष्कर्म करता रहा.

    31 जुलाई को उसने महिला को लाखनी तहसील के मुंडिपार गाँव के पास उसे छोड़ दिया. मुंडिपार गाँव के पुलिस पाटील को वह महिला बैठी थी. पुलिस पाटिल ने प्रारम्भिक पूछताछ के बाद 112 नंबर पर सूचना दी. पुलिस की गाड़ी से महिला को लाखनी थाने लाया गया. पुलिस ने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन उसने पुलिस को कुछ नहीं बताया. रात होने के कारण पुलिस ने महिला को थाने में ही रोक लिया. आखिर में सुबह करीब साढ़े सात बजे उसने कहा कि वह चाय पीने बाहर जा रही है. इसके बाद महिला बाहर निकली और चली गई. शाम तक वह लाखनी से 10 किमी दूर कन्हाडमोह गाँव के पास धर्मा ढाबे पर पहुंच गई. ढाबे के बाहर बैठी महिला को धर्मा ढाबे वाले ने खाना खिलाने बुलाया मगर वह चिल्ला कर वहाँ से निकाल गई.

    उसी रात कन्हाडमोह गाँव के पास अमित सार्वे उर्फ ​​लुक्खा बाइक लेकर आया. उसने महिला को घर छोड़ने के बहाने झांसा दिया और उसके दोस्त एजाज अंसारी के साथ गूँथारा रोड पर खेतों में ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया. फिर ये दोनों रात में उसे नग्नावस्था में सड़क पर ले आए और उसे वहीं छोड़ दिया.

    अगले दिन सुबह करीब साढ़े आठ बजे इस महिला को एक ग्रामवासी ने देखा. इस बारे में उन्होंने कारधा (भंडारा ग्रामीण) पुलिस को सूचना दी. घायल महिला को एंबुलेंस से भंडारा लाया गया. जब उसकी जांच की गई, तो पता चला कि उसे रीकन्स्ट्रक्शन सर्जरी से गुजरना होगा. देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि महिला को आगे के इलाज के लिए नागपुर ले जाया गया. उन्होंने बताया की यह महिला सायकोसिस से पीड़ित है. इसके चलते वह कई चीजें भूल रही है.

    देवेंद्र फडणवीस ने सदन को बताया कि इस मामले में कई गंभीर गलतियां की गई हैं. पुलिस को इस महिला को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए था. हालांकि महिला चली गई थी, लेकिन उसके वापस न आने पर पुलिस को उसकी जांच करनी चाहिए थी. यह एक गंभीर गलती है. इस मामले में तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. शुरुआत में महिला ने रेप करने वाले को लेकर अपना जवाब बदल दिया है. अब यह महिला कह रही है, ‘उस व्यक्ति ने मेरे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया, मैं उसके खिलाफ शिकायत नहीं करूंगी’. फडणवीस ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच एसआईटी कर रही है.