शार्ट सर्किट से लगी आग में 10 तनस के ढ़ेर जलकर खाक

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    • सरांडी (बु) के स्मशानभूमी परिसर की घटना 

    लाखांदूर. खेत क्षेत्र में आपूर्ति किए गए बिजली खंभे व तारों की बिजली कंपनी के तहत पिछले कुछ वर्षों में दुरुस्ती नहीं की गई है. जिसके कारण दोपहर के दौरान मचे हल्की हवा से खेत क्षेत्र के खन्भों के बिजली तारों में शार्ट सर्किट होकर आग लगने से लगभग 10 तनस के ढ़ेर सहित अन्य सामग्री जलकर खाक होने की घटना हुई. 

    उक्त घटना मंगलवार 14 जून को दोपहर 3 बजे के दौरान तहसील के सरांडी (बु) के स्मशाभुमी परिसर के खेत क्षेत्र में घटित हुई है. इस घटना में स्थानीय सरांडी (बु) के कुछ किसानों के लगभग लाखों रुपयों के मवेशियों के चारा व अन्य सामग्री की जलकर क्षती होने की जानकारी दी गई है.

    खेत क्षेत्र के बिजली की दुरुस्ती नहीं 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय सरांडी (बु) के स्माशानभुमी परिसर में कुछ हेक्टेयर सरकारी जमीन है. इस जमीन पर स्थानीय कुछ किसानों ने मवेशियों का चारा के रूप में लगभग 10 तनस के ढ़ेर संग्रहित कर रखे थे. हालांकि इस क्षेत्र में कृषी बिजली पंपों को बिजली आपूर्ती के लिए पिछले कुछ वर्षों से बिजली के तार सहित खंभे लगाए गए है. 

    जिससे नियमित कृषी बिजली पंपों को बिजली आपूर्ती किए जाने की जानकारी दी गई है. किंतु खेत क्षेत्र में लगाए गए बिजली खंभे व तारों का दुरुस्ती काम नहीं किए जाने का आरोप लगाया गया है.  

    जिसके कारण 14 जून को दोपहर के दौरान खेत क्षेत्र में आयी हल्की हवा से बिजली तारों में शार्ट सर्किट होकर आग लगकर लगभग 10 तनस के ढ़ेर व अन्य सामग्री जलकर खाक हुई है.

    लाखों रुपयों के चारा व अन्य सामग्री जलकर खाक 

    स्थानीय किसानों ने बारिश पुर्व मवेशियों के चारा के रूप में स्मशानभूमी परिसर सरकारी जमीन पर तनस के ढ़ेर लगाए थे. जबकी इसी परिसर में कुछ किसान व नागरिकों ने घरेलू इंधन के लिए कुछ जलाऊ लकडे भी जमा कर रखने की जानकारी दी गई. 

    किंतु दोपहर में मची हवा से बिजली तारों में शार्ट सर्किट से आग लगकर इस परिसर के सभी लगभग 10 तनस के ढ़ेर सहित इंधन के रूप में जमा किए लकड़े जलकर खाक हूए है. इस घटना में स्थानीय किसानों के लगभग लाख रुपयों के तनस के ढ़ेर सहित अन्य सामग्री की क्षती होने की जानकारी ग्रामीणों ने दी है. 

    हालांकि इस घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों को होते ही तुरंत घटनास्थल पहुंचकर लाखांदूर नपं के अग्निशमन मशीन के सहायता से आग पर नियंत्रित किए जाने की जानकारी दी गई है. किंतु तब तक स्मशानभूमी परिसर के सरकारी जमीन पर रखे तनस के ढ़ेर सहित अन्य सामग्री पुर्णत: जलकर खाक हुई थी. इस घटना में नुकसान ग्रस्त किसानों ने सरकार के बिजली कंपनी से मुआवजे की मांग की है.