Water Crisis

Loading

गोबरवाही. भंडारा जिला परिषद की गोबरवाही विभागीय ग्रामीण नल योजना की अनियमित जलापूर्ति से परेशान होकर महिलाओं ने राजापुर ग्राम पंचायत कार्यालय पर हल्लाबोल किया. एक मटका मोर्चा निकालकर महिलाओं ने पानी उपलब्ध कराए जाने की मांग बुलंद की.

इतना ही नहीं तो उन्होंने अधिकारियों का ध्यानाकर्षण करने के लिए आंदोलन किया एवं जिला परिषद प्रशासन के विरोध में आक्रोश व्यक्त किया.25 मार्च को दोपहर 12 से 3 बजे तक यह महिलाएं राजापुर ग्राम पंचायत कार्यालय पर हुडदंग मचाती रही.पीने का पानी हर व्यक्ति को चाहिए और इसे उपलब्ध कराए जाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है.

 मैंगनीज खदान प्रशासन की नल योजना

दूसरी ओर इस नल योजना के अक्षम प्रशासन के कारण मैंगनीज खदान प्रशासन अपनी स्वतंत्र नल योजना बनाने को मजबूर हो गया है. पिछले कुछ महीनों से इस योजनाके माध्यम से की जा रही जलापूर्ति अनियमित है.यही कारण है कि इस योजना के अंतर्गत आने वाले करीब 7 गांवों के निवासी परेशान हो गए है.

पिछले एक सप्ताह से तो जलापूर्ति हो ही नहीं रही है. आम जनता का कहना यह है कि यदि किसी कारणवश जलापूर्ति बंद है तो जिला परिषद के जलापूर्ति विभाग को कम से कम सोशल मीडिया के माध्यम से क्षेत्र की जनता को सूचित करना चाहिए कि कब तक पानी नहीं आएगा. परंतु इतना भी कर्तव्य जिला परिषद प्रशासन नहीं करता. जिसके कारण क्षेत्र की जनता में नाराजगी है. जबकि आजकल मंत्रालय से लेकर पंचायत समिति स्तर तक सभी सूचनाएं सोशल मीडिया पर शेयर की जाती है.

सातों ग्रामों में आंदोलन की संभावना 

ग्रीष्मकाल प्रारंभ हो गया है. इस नल योजना के अंतर्गत नाकाडोंगरी, राजापुर, चिखला, सीतासावंगी, सुंदरटोला, गोबरवाही एवं स्वास्थ्य केंद्र चौक गणेशपुर टोली शामिल है. यदि जिला परिषद प्रशासन बेहतर ढंग से जलापूर्ति नहीं करेगा तो निश्चित रूप से सभी गांवों में आंदोलन होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.