Leopard Attack
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भंडारा. पिछले कुछ दिनों से कोथुर्णा क्षेत्र में एक तेंदुआ घूम रहा है और 7 मार्च को रात के समय एक भैंस के बछड़े को मार डाला. इससे किसानों और पशुपालकों को नुकसान हुआ है. पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है, लेकिन, वन विभाग इस ओर से आंखें मूंदे हुए है और तेंदुओं से सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं किए जाने से वन विभाग बैकफुट पर है. भंडारा तहसील के कोथुर्णा इलाके में एक तेंदुआ पिछले चार दिनों से उत्पात मचा रहा हैं और घरेलू जानवरों पर हमला कर रहा हैं.

7 मार्च को रात के समय मंगल चोपकर के खेत में बने तबेले में बंधे भैंस के बछड़े पर हमला कर उसे मार डाला. 4 मार्च को यशवंत बारस्कर के चार बछड़ों का शिकार कर लिया. 6 मार्च को रात में पांच किसानों के छह बछड़े मार दिये. इससे किसान व पशुपालक चिंतित हो गये हैं. जहां किसानों को इतना बड़ा नुकसान हो रहा है, वहीं वन विभाग केवल पंचनामे की कार्रवाई तक सीमटकर रह गया है. वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं.

कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की मांग

वन विभाग की उपेक्षित नीति के कारण पशुपालकों को आर्थिक रूप से परेशानी हो रही है, लेकिन वन विभाग की ओर से तेंदुए को गांव  परिसर से दूर रखने की कोई व्यवस्था नहीं किये जाने से किसानों में गहरा आक्रोश व्यक्त हो रहा है. प्रभावित किसानों को मुआवजा देकर तेंदुए की समस्या से निजात दिलाने की मांग की है. साथ ही नाराज किसानों की मांग है कि किसानों और चरवाहों को नुकसान पहुंचाने वाले वन अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाए.