रेल्वे स्टेशन के बीच बसे काली मंदिर में नवरात्रि के कलश हुए स्थापन

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    • तुमसर रोड रेलवे स्टेशन में दो रेलवे ट्रैक के बीच में बसा है माता का मंदिर

    करडी/तुमसर. शनिवार से सुरु हुए चैत्र नवरात्रि की धूम जिलेभर में देखने को मिल रही है. मंदिरों में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी नवरात्रि के उपलक्ष्य में काली माता मंदिर तुमसर रोड रेलवे स्टेशन (देव्हाडी) में शुक्रवार की सुबह सुबह आरती के पश्चात ज्योति कलश की स्थापना की गई. भक्तजनों ने अपनी आस्था के अनुसार मंदिर में कलश स्थापन कीए और माता की पूजा का लाभ उठाया. 

    प्रतिदिन मंदिर में आरती सुबह 9 बजे और शाम की आरती 7:30 बजे भक्तों की उपस्थिति में की जाती है. शाम की आरती माताजी को हलवे के प्रसाद का भोग लगाया जाता है. सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाता है. आरती में भक्त गण यात्री गण आरती का लाभ उठाते हैं और माता जी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. 

    श्रीराम नवमी के दिन विशेष पर भक्तों की ओर से माता जी को हलवा पूरी का भोग लगाया जाता है. नवरात्रि के 9 दिन तक भक्तों का यहाँ आना जाना लगा होता है. भक्तों का विशेष रूप से ध्यान रखना पड़ता है. यह मंदिर तुमसर रोड रेलवे स्टेशन के दो पटरियों के बीच होने की वजह से ट्रेन को ध्यान देते रहना पड़ता है. इस मंदिर की देखरेख मंदिर के पुराने पुजारी स्व. रामदीन गुप्ता के वंशज शंकर गुप्ता, यश गुप्ता और उनका परिवार करता है.

    फिर भी नहीं हिली माता..

    पहले इस स्थान पर काली माता की कोई मूर्ति नहीं थी. यहा सम्पूर्ण गाव द्वारा पूजी जाने वाली देवी मां की शिलाए थी. जब रेलवे के बंगाली कर्मचारियों ने अंग्रेजों के आदेश पर देवी की मूर्ति के पत्थर को हटाने की कोशिश की फिर भी वह नहीं हिली. फिर उन्होंने चट्टानों से लोहे की बड़ी-बड़ी जंजीरें बांध दीं और इंजनों के माध्यम से उन्हें खींचा गया. फिर भी अंग्रेज वहा से देवी मां को हटाने में असमर्थ थे; उस समय उन्हें काली माता के सामने झुकना पड़ा था.