Sukhi Bag

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    सिहोरा. तहसील में प्रसिद्ध ग्राम पंचायत चांदपुर की फलबाग नर्सरी काफी आकर्षक हुआ करती थी. चांदपुर की इस नर्सरी अन्य ग्राम पंचायतों के लिए आदर्श थी. इस नर्सरी का दीदार करने के लिए अन्य ग्राम पंचायतों से जुडे और कुछ राजनीतिक लोग चले आते थे.ताकि वह भी अपने क्षेत्र में इस तरह का कुछ नया कर सकें. भंडारा जिले में सुपर ग्राम पंचायत मानी जाने वाली चांदपुर ग्राम पंचायत की नर्सरी अब रामभरोसे है.इस नर्सरी के पेड पौधे सुखने लगे है. लेकिन इसकी किसी को परवाह नहीं है.

    8 लोगों को मिलता था रोजगार

    बताया जा रहा है कि इस फलबाग का निर्माण कार्य ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत किया गया था. हर महीने में आठ लोगों को यहां रोजगार भी मिला करता था.इस बाग को तैयार करने के लिए पानी की तरह शासकीय धन बहाया गया. लेकिन अब इस फलबाग से ऐसी नजर फेर ली गई है कि एक मजदूर इस बाग की रखरखाव के लिए उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है.इसी का नतीजा है कि अब इस बाग के पेड सुखने लगे है.

    पानीके लिए भी तरस गए पेड

    इस बाग में आम, चिकु, आंवला, सीताफल, अमरूद आदि के पेड लगाए गए है.पिछले 4 वर्षों तक इसकी अच्छी देखभाल की गई. नतीजतन यह पेड हरे भरे हो गए.अब इस बाग की दुर्दशा होने लगी है. हरियाली से भरी यह बाग अब उजडा चमन बनने की कगार पर है. बताया जाता है कि इस बाग के पेड पानी के लिए भी तरस रहे है.

     जून माह से ही मजदूरो का काम बंद

    जून माह से ही मजदूरों का काम समाप्त हो गया है. पहले काम समाप्त होने के एक माह बाद काम शुरू कर दिया जाता था. लेकिन अब काम समाप्त होने के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया है. 

    मजदूरों का काम समाप्त हो गया है. लेकिन जल्दी ही मजदूरों को ग्राम पंचायत की ओर से काम उपलब्ध कराया जाएगा. ताकि फलबाग पहले की तरह हो जाए.

    एन.वाय.शेख (ग्राम सेवक, ग्रा.पं चांदपुर)