pistol
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    अडयाल चिचाल. अडयाल  पुलिस ने एक पिस्टल, 11 कारतूस और 2 मैग्जीन आदि हाल ही में बरामद किया था. इस मामले में दो लोगों को अरेस्ट किया था. एक आरोपी उसी पिस्टल से चली गोली लगने से घायल हो गया था और इसी कारण वह अस्पताल भर्ती था. यह पिस्टल ऑनलाइन खरीदे जाने की जानकारी आरोपियों की ओर से पुलिस को मिली है. अब पुलिस का लक्ष्य उस ऑनलाइन पिस्टल खरीदकर लाकर देने वाले आरोपी को अरेस्ट करने पर लगा है.

    बताया जाता है कि आरोपी बेला निवासी आशुतोष गेडाम,बोरगांव खुर्द निवासी विपिन सुधीर रामटेके और मिथुन आसाराम दहिकर तीनों गहरे मित्र है.यह तीनों भंडारा पवनी मार्ग पर बोरगांव नाले के पास थे. आशुतोष और विपिन पिस्टल से खेल रहे थे कि अचानक पिस्टल से गोली चली और यह गोली आशुतोष के पैर मे जा लगी.आशुतोष को उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया.इस बारे में जानकारी मिलते ही अडयाल के थानेदार सुधीर बोरकुटे ने विपिन और मिथुन को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत करने पर 7 जनवरी तक पुलिस कस्टडी मिली.यह कस्टडी समाप्त होते ही पुन: न्यायालय में प्रस्तुत करने पर आरोपियों को एमसीआर में भेजा गया है.

    वरठी में लाकर दी थी पिस्टल

    पुलिस की कस्टडी में मिथुन दहिकर ने बताया कि यह पिस्टल एक ऑनलाइन मित्र से 4 माह पूर्व अगस्त माह में खरीदी थी. उस फेसबुक मित्र ने यह पिस्टल और अन्य सामग्री वरठी में लाकर दी थी. मिथुन के अनुसार आशुतोष गेडाम के लिए यह पिस्टल खरीदी गई थी. आशुतोष का इटें,सीमेंट आदि बिक्री का व्यवयाय है.इसलिए उसे पिस्टल की आवश्यकता पडी ऐसा भी उसने बताया.

    फेसबुक मित्र को खंगालेगी पुलिस

    अब पुलिस की निगाहें उस फेसबुक मित्र पर रहेगी. उसे हिरासत में लेने पर उसने किस तरह और कहां से पिस्टल प्राप्त की. इसके पूर्व भी उसने इस तरह के हथियार तो नहीं बेचे?अगर पहले भी हथियार बेचे है तो किसे? ऐसे अनेक सवालों के जवाब पुलिस को प्राप्त करना है.

    जिससे ऑनलाइन पिस्टल खरीदी गई थी, उसके बारे में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया है. क्या आदेश मिलते है उसी के अनुसार कदम उठाएंगे. निश्चित रूप से जिसने पिस्टल खरीदी और लाकर दी, उस पर कार्रवाई होगी.

    सुधीर बोरकुटे (थानेदार-अडयाल पुलिस थाना)