MP Sunil Mendhe
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    • 4 अगस्त को किया जाएगा अनशन आंदोलन 

    लाखांदूर. इस वर्ष रबी में उत्पादित ग्रीष्मकालीन धान की खरीदी बकाया होने के बावजूद सरकार की ओर से बुनियादी धान खरीदी केंद्र बंद पड़े है.इस स्थिति में खरीफ के तहत फसल बुआई में किसानों को विभिन्न आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ रहा है.हालांकि रबी के शेष ग्रीष्मकालीन धान खरीदी के लिए विगत 28 जुलाई को धरना आंदोलन किया गया था.

    इसके तहत सरकार से धान खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग की गई.  किंतु उक्त मांग के अनुसार अभी तक धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हुए है.यही कारण है कि अब सांसद सुनील मेंढे के निवास स्थान पर आमरण अनशन आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.उक्त आंदोलन 4 अगस्त को किए जाने की जानकारी पूर्व जिला परिषद सभापति चंद्रशेखर टेंभूर्णे सहित कुछ किसानों ने दी है. उन्होंने स्थानीय लाखांदूर के तहसीलदार वैभव पवार के माध्यम से सांसद मेंढे को भेजे ज्ञापन में यह जानकारी दी है.

     प्राप्त ज्ञापन के अनुसार इस वर्ष रबी में ग्रीष्मकालीन धान खरीदी के लिए सरकार से कुल दो बार खरीदी के लक्ष्य में वृद्धि की गई. किंतु अपर्याप्त लक्ष्य के कारण अभी भी तहसील के सैकड़ों किसानों के ग्रीष्मकालीन धान की खरीदी शेष है.इस बीच सरकार ने पिछले 8 जुलाई को एक दिन में ही तहसील के धान खरीदी का लक्ष्य पूर्ण होने का बहाना बनाकर धान खरीदी बंद कर दी. इस कारण् सैकड़ों किसान धान खरीदी के बगैर आर्थिक संकट में फंस गए है.

    इस बीच पिछले 28 जुलाई को भंडारा जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन कर किसानों ने सरकार से खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग की थी.लेकिन किसानों की मांग अनसुनी कर दी गई.अभी इसे 4 दिन बीत गए है. खरीदी केंद्र शुरू होने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है. इस स्थिति में सरकार से तुरंत धान खरीदी केंद्र शुरू कर शेष ग्रीष्मकालीन धान खरीदी के लिए जिले के सांसद सुनील मेंढे के निवासस्थान पर आमरण अनशन आंदोलन की चेतावनी दी गई है.हालांकि की लाखांदूर के तहसीलदार वैभव पवार के माध्यम से सांसद मेंढे को ज्ञापन भेजते समय पूर्व जि.प. सभापति चंद्रशेखर टेंभुर्णे, रामभक्त निसार, ज्ञानेश्वर बुरडे,लोचन पारधी, मंगेश राउत, देवाचंद कावले,राजेंद्र मेश्राम आदि किसान उपस्थित थे.