uddhav thackeray and devendra fadnavis
उद्धव ठाकरे-देवेन्द्र फड़नवीस (फाइल फोटो)

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सोलापुर: आगामी लोकसभा चुनाव (Lok sabha elections 2024) के मद्देनजर देश में सियासी माहौल गरमा रहा है। ऐसे में अब महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) के सोलापुर (Solapur News) में बीजेपी (BJP) को बड़ा झटका लगा है। पूर्व विधायक और बीजेपी नेता शिवशरण पाटिल-बिराजदार के भाई प्रशांत पाटिल-बिराजदार ठाकरे (Prashant Patil-Birajdar) गुट (Uddhav Thackeray) में शामिल हो गए हैं। इतना ही नहीं बल्कि उनके साथ सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी ठाकरे ग्रुप में शामिल हुए हैं। तो ऐसे में अब सोलापुर में बीजेपी मुश्किल में है।

इसलिए छोड़ी भाजपा

इसके बारे में बात करते हुए प्रशांत पाटिल-बिराजदार ने कहा, हम पिछले 10 वर्षों से भाजपा के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन हमें दक्षिण सोलापुर के भाजपा विधायक सुभाष देशमुख ने धोखा दिया है। इसलिए अब हमने भाजपा छोड़ दी है और शिवसेना ठाकरे समूह में शामिल हो गए हैं।

SOLAPUR-POLITICS
सोलापुर में बीजेपी के नेता प्रशांत पाटिल-बिराजदार और सैकड़ों कार्यकर्ता ठाकरे की शिवसेना में शामिल हुए

और भी नेता-कार्यकर्ता बीजेपी छोड़ेगे

बिराजदार ने कहा, हम मजबूती से उद्धव ठाकरे के पीछे खड़े रहेंगे और कई लोग बीजेपी के स्थानीय नेतृत्व से थक चुके हैं। बिराजदार ने यह भी कहा कि बीजेपी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उद्धव ठाकरे के साथ आने को इच्छुक हैं। इसके आगे प्रशांत पाटिल-बिराजदार ने यह भी कहा है कि आने वाले समय में बीजेपी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शिवसेना ठाकरे समूह में शामिल होंगे। प्रशांत पाटिल-बिराजदार सहित सैकड़ों पदाधिकारियों के पार्टी में शामिल होने से सोलापुर में ठाकरे समूह की ताकत बढ़ गई है, जबकि लोकसभा चुनाव पूरे जोरों पर हैं। बीजेपी को भी बड़ा झटका लगा है।

महाराष्ट्र में हारेगी भाजपा!

इसी बीच आज प्रशांत बिराजदार पाटिल बीजेपी की गंदी राजनीति से तंग आकर ठाकरे ग्रुप में शामिल हो गए हैं। ठाकरे समूह के नेता शरद कोली ने कहा है कि उनकी एंट्री से साबित होता है कि बीजेपी सोलापुर जिले समेत राज्य से हार जाएगी। इसके साथ ही पूर्व विधायक शिवशरण बिराजदार-पाटील भी जल्द ही पार्टी में शामिल होंगे। शरद कोली ने यह भी कहा कि वह मुंबई में उद्धव ठाकरे के हाथों पार्टी में शामिल होंगे। ऐसे में अब भाजपा को छोड़कर नेता और सकड़ों कार्यकर्ताओं के ठाकरे गुट में प्रवेश करने से महाराष्ट्र कि राजनीति में भूचाल आ गया।