Leopard Attack
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चिखली (सं.). 3 मार्च को यहां के नजदीक कावला के खेत परिसर में एक तेंदुए के गौशाला में घुस कर 7 बकरियों को मार डालने की घटना सामने आई थी. किसान को काफी नुकसान हुआ है और क्षेत्र के किसान तेंदुए के आतंक से परेशान है. क्षेत्र में किसान बकरी पालन को सह व्यवसाय के रूप में करते हैं. ये बकरियां एक खेत के शेड में बंधी हुई थी. उनकी और दुनिया की आजीविका इस बकरी पालन व्यवसाय पर निर्भर करती है.

अमदापुर से लगे कावला के किसान राजेंद्र लाल सिंह महाले ने खेती के साथ-साथ बकरी पालन का व्यवसाय भी शुरू किया था. बकरियों को रखने के लिए खेत में एक गौशाला का निर्माण किया गया है. पूरे दिन बकरियों को चराने के बाद महाले ने 2 फरवरी की रात को हमेशा की तरह उन्हें खेत की गौशाला में बांध दिया और रात 2 बजे घर के लिए निकल गये. इसी मौके का लाभ उठाते हुए अपनाते हुए तेंदुआ अचानक गौशाला में घुस गया और उक्त बकरियों का शिकार कर लिया.

3 मार्च की सुबह जब राजेंद्र महाले बकरियां चराने खेत पर गए तो देखा कि सभी बकरियां मरी हुई हैं. इस घटना से महाले आर्थिक संकट में है. सबसे पहले तो कृषि उपज का कोई दाम नहीं है. तेंदुए ने सभी बकरियों को मार डाला है. सरपंच रवींद्र डालिमकर ने घटना की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी. उन्होंने 3 मार्च को घटना स्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया. किसान महाले को शासन स्तर से सहायता उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है.