Leopards
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    तलोधी बा. तलोधी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत सावर्ला गांव के बबन सडमाके के गौशाला में घुसकर तेंदुए ने बछडे को घायल कर दिया है. शनिवार की शाम 7 बजे की घटना से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है.

    सावर्ला गांव गायमुख जंगल से सटा है. गांव के पास अक्सर तेंदुआ, बाघ विचरण करते दिखाई देते है. परिसर में अनेकों बार पालतू जानवरों को बाघ और तेंदुआ ने अपना शिकार बनाया है. उसी प्रकार गांव के मजदूर तलोधी में काम के लिए जाते है कई बार इन्हे काम से लौटने में रात 8-9 बज जाते है और मजदुरों को जंगल पार कर अपने गांव तक पहुंचना पडता है. इससे ग्रामीणों में दहशत फैली है.

    वनविभाग की ओर से परिसर में सोलर लाईट की व्यवस्था की गई है. किंतु बीट के वनरक्षक को आलेवाही बीट का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इसकी वजह से उन्हे दो दो स्थानों की जिम्मेदारी संभालने में कडी मशक्कत करनी पडती है. उनके बीट अंतर्गत लगातार जंगली जानवरों के हमले होने से उन पर नियंत्रण, सावधानी बरतने संवेदनशील परिसर में जाकर बकरी, मुर्गी, कुत्तों पर होने वाले तेंदुए के हमले को रोकने के लिए किए जाने वाली उपाय योजना और नियोजन के लिए समय नहीं निकाल पा रहे है.

    दो दो परिसर का प्रभार संभालने में उन्हे कडी मश्क्कत करनी पड़ रही है. इसके बावजूद वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में मानसिक तनाव के बीच दोनों बीट की जिम्मेदारी संभाल रहे है. इसके बावजूद परिसर में हिंसक जानवरों के हमले की घटनाएं लगातार हो रही है.

    रविवार की शाम लगभग 7 बजे तेंदुए ने गांव के गौशाला में घुसकर गाय के बछडे पर हमला कर दिया. जिससे वह घायल हो गया है. किंतु तेंदुए के गांव तक आ जाने से अब ग्रामीणों में भारी दहशत है. इसलिए तेंदुए के बंदोबस्त की मांग पुलिस पाटील अपूर्वा मेश्राम और ग्रामवासियों ने की है.