वरोरा: शहर के समीपसथ बोर्डा निवासी आदित्य येटे 28 जनवरी को पतंग उड़ाते हुए करंट लगने से 85 से 90 प्रश झुलस गया था। उसका नागपुर के एक निजी अस्पताल में उचार शुरू था। जीवन मृत्यु से संघर्ष करते हुए आज 20 फरवरी को उसने अंतिम सांस ली। बालक का जीवन बचाने के लिए येटे परिवार ने पूरे प्रयास किए। उनकी आर्थिक स्थिति नाजुक होने से कई सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों, मित्र परिवार, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उसकी मदद की थी। परंतु होनी को कुछ ही मंजूर था।