बाघ प्रभावित ग्रामों में खेतों के लिए दिन में भी हो बिजली आपूर्ति – वडेट्टीवार

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    • बिजली कंपनी जनहित का रखे ध्यान- राऊत
    • सात उपकेन्द्रों का लोकार्पण

    चंद्रपुर. जिले में बाघों की तादाद काफी है. बाघों का उपद्वव बढा है. वन्यजीव _मानव प्राणी संघर्ष में लोगों की जान गई है इसके चलते किसानों को खेत में जाने से डर लग रहा है. इसलिए बाघ प्रभावित ग्रामों में खेती के लिए दिन में भी बिजली आपूर्ति किए जाने के निर्देश पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने दिए.

    बाबूपेठ में आयोजित राजुरा, मूल, सावली, चंद्रपुर और चिमूर तहसील के उपकेन्द्रों का ऑनलाईन पध्दति से आज लोकार्पण हुआ. इस समय राज्य के उर्जामंत्री डा. नितीन राऊत, जिला परिषद अध्यक्ष संध्या गुरनुले, सांसद सुरेश उर्फ बालू धानोरकर, विधायक किशोर जोरगेवार, प्रतिभा धानोरकर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. मिताली सेठी, अप्पर जिलाधिकारी विद्युत वरखेडकर सहित महावितरण संचालक (संचालन) संजय ताकसांडे, प्र. संचालक (वाणिज्य) सतीश चव्हाण, संचालक भालचंद्र खंडाईत, प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी, मुख्य अभियंता सुनील देशपांडे आदि उपस्थित थे.

    पालकमंत्री वडेट्टीवार ने आगे कहा कि चंद्रपुर सर्वाधिक बिजली निर्माण करनेवाला जिला है. इसके साथ ही यहां प्रदूषण की गंभीर समस्या है इस पर उपाययोजना होनी चाहिए, जिला नियोजन समिति द्वारा उपकेन्द्र के लिए 12 करोड रूपयों की निधि उपलब्ध किए जाने पर भी यह अपूर्ण है. बिजली उपकेन्द्र बढाने के लिए उर्जा विभाग से अधिक निधि जिले को उपलब्ध होनी चाहिए.

    कोरोना काल में उर्जा विभाग ने अखंड काम किया. बिजली कर्मियों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना उर्जामंत्री ने की. ग्राहक एवं कंपनियों ने जनहित की भावना को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए. जिले में 5 लाख 64हजार विद्युत ग्राहक है. इन जिलों में दीनदयाल ग्रामज्योति योजना एवं एकात्मिक विकास योजना अंतर्गत 154 करोड 91 लाख रुपयों की बुनियादी सुविधा के काम पूर्ण किए जाने की जानकारी उर्जामंत्री ने दी.

    महावितरण के 17 उपकेन्द्र कार्यरत है. ग्राहकों के सेवा के लिए उर्जा विभाग कार्यरत है. मात्र कोरोना संकट का बिजली कंपनियों को भी सामना करना पड़ रहा है इसका ध्यान बिजली उपभोक्ता भी रखे. सभी का सहयोग जरूरी है. राऊत ने बिजली उपभोक्ता और बिजली कंपनी को रथ के दो पहिए निरूपित किया.

    उर्जामंत्री ने आगे कहा कि जिले में किसानों को बिजली कनेक्शन  देने में प्राथमिकता दी जा रही है. इसमें 92.70 प्रश किसानों को बिजली कनेक्शन दिए गए है. कृषि पंप बिजली नीति 2020 के तहत 0 से 30 मीटर तक 1398 बिजली कनेक्शन प्रलंबित थे इसमें से 1296 बिजली कनेक्शन दिए गए है.

    चंद्रपुर जिले में पैसे भरकर भी प्रलंबित बिजली कनेक्शनों की संख्या 5हजार 584 है. इसमें से 1522 बिजली कनेक्शन दिए गए है. शेष उपभोक्ताओं को शीघ्र ही बिजली कनेक्शन से अडचन दूर की जाएगी. 3347 प्रस्ताव मंजूर किए गए है. रूफटॉप सोलर योजना अंतर्गत 1157 उपभोक्ताओं को लाभ दिया गया है. लगभग 25 करोड़ रूपये खर्च कर स्थापित 70 से 75हजार बिजली ग्राहकों को अच्छी सेवा दी जाएगी. 

    सांसद बालू धानोरकर ने नियमित रूप से बिजली बिल भरनेवाले किसानों के लिए प्रोत्साहन योजना चलाने का सुझाव दिया. विधायक किशोर जोरगेवार ने प्रलंबित बिजली कनेक्शन तत्काल देने की मांग की.