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    • तहसील में हिंसक प्राणी और मानव संघर्ष चरम पर

    ब्रम्हपुरी: ब्रम्हपुरी तहसील में फिर से हिंसक प्राणी और मानवसंघर्ष की स्थिति निर्माण हो गई है. मात्र 24 घंटों के भीतर लगातार घटनाओं में बाघ के हमले में दो लोगों ने जान गंवाई और एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गया. आज बुधवार 17 अगस्त को हुई घटना में एक किसान बाघ का निवाला बना.

    ब्रम्हपुरी उत्तर वनपरिक्षेत्र में आनेवाले गांव अडयाल जो कि ब्रम्हपुरी से 8 किमी दूरी पर है. यहां खेत परिसर में मेंढा ग्राम के निवासी विलास विठोबा रंधये 48 की खेती अडयाल गांव होने से अपने खेत में काम के लिए गया था. फसल की देखरेख के लिए अपने खेत देखरेख के लिए जंगल के समीपस्थ उंचाई पर मचान बनाकर देखरेख करते हुए उस पर बाघ ने पीछे से हमला कर दिया जिससे उसकी जगह पर ही मौत हो गई. बाघ के हमले की यह लगातार दूसरी घटना है. इन घटनाओं से गांव के लोगों में दहशत निर्माण हो गई है.

    एक दिन पूर्व ही दुधवाही के खेत परिसर में बाघ ने हमला कर किसान को अपना शिकार बनाया था. मंगलवार की सुबह 11 बजे के दौरान मुखरू राऊत 62 पर बाघ ने हमला कर उसकी जान ले ली थी. मुखरू राऊत ने धान की फसल ली थी. उसकी देखभाल के लिए खेत की ओर गया था. शिकार की टोह में छिपे बाघ ने उसे अपना निवाला बनाया. 

    तिसरी घटना ब्रम्हपुरी तहसील से 15-20 किमी दूरी पर स्थित पदमापुर भुज में दोपहर 1 बजे के दौरान शिकार की टोह में बैठे चरवाहे पर हमला कर उसे घायल कर दिया.विस्तृत जानकारी के अनुसार पदमापुर भुज के निवासी चरवाहे प्रभाकर मडावी अपने मवेशी लेकर गांव के समीपस्थ जंगल परिसर में गया था.

    दोपहर के समय एक झाडियों में छिपे बाघ ने अचानक हमला कर दिया. चरवाहे प्रभाकर के हाथ में लाठी थी जिससे उसने बाघ का प्रतिकार किया. घायल होने के बावजूद वह बाघ से जूंझता रहा और बाघ को जंगल की ओर खदेडने में कामयाब होगया. आसपास कोई ना होने के बावजूद प्रभाकर ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी जान बचाने के लिए बाघ से भिड गया. बाघ के जंगल की ओर भाग जाने के बाद प्रभाकर मडावी घायल अवस्था में गांव पहुंचा. उसे उपचार के लिए अस्पताल में भरती किया गया है.

    सांसद अशोक नेते, पूर्व विधायक देशकर ने मृतकों के परिजनों से की भेट

    ब्रम्हपुरी तहसील में 16 अगस्त को एक ही दिन हत्तीलेंडा और पदमापुर में बाघ के हमले की घटना की जानकारी मिलने पर गडचिरोली के सांसद अशोक नेते, ब्रम्हपुरी विधानसभा के पूर्व विधायक प्रा. अतुल देशकर ने ग्रामीण अस्पताल जाकर घायल से भेट की और उसका हाल चाल जाना. डाक्टरों से चर्चा कर उसका उचित उपचार करने के निर्देश दिए. उसी समय अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए हत्तीलेंडा के मृतक का शव लगाया गया था. मृतक के परिजनों से भी भेट की. साथ ही उपस्थित अधिकारियों के साथ ग्रामीणों के सुरक्षा की दृष्टिकोण से उपाययोजना करने के निर्देश दिए.

    इसके उपरांत सांसद अशोक नेते एवं पूर्व विधायक प्रा. अतुल देशकर ने वनविभाग कार्यालय में उपवनसंरक्षक मल्होत्रा से मिलकर स्थिति पर चर्चा की. दोनों घटनाओं में मृतकों के परिजनों और घायल को वनविभाग की ओर से तुंरत मदद प्रदान करने की अपील अधिकारियों से की गई. साथ ही ब्रम्हपुरी तहसील में बाघों की संख्या बढ गई है बाघ अब ग्रामों तक आ रहे है. इसलिए बाघों का बंदोबस्त करने की विनंती पूर्व विधायक प्रा. अतुल देशकर ने अधिकारियों से की.

    इस अवसर पर जि.प. के पूर्व सभापति नागराज गेडाम, भाजपा ओबीसी आघाडी के जिलाध्यक्ष अविनाश पाल, भाजपा शहर महामंत्री एवं नगरसेवक मनोज वठे, भाजपा शहर महामंत्री मनोज भूपाल, कोषाध्यक्ष अरविंद नंदूरकर, साकेत भानारकर, भाजपा ओबीसी आघाडी के शहर अध्यक्ष प्रा. सालोटकर, भाजयुमो जिला सचिव तनय देशकर, भाजयुमो शहर अध्यक्ष प्रा. सुयोग बालबुध्दे, सोशल मीडिया विधानसभा संयोजक अविनाश मस्के, अशोक हटवार, प्रशांत वासाके, ललित उरकुडे, भाजपा कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे.