वरोरा. अन्यायग्रस्त आदिवासी महीला ने स्वयं पर हो रहे अन्याय के खिलाफ एसपी के पास आरोपी को गिरफ्तार करने व आरोपीयों से पैसे लेकर उन्हे बचाने का प्रयास करनेवाले एपीआय पर कार्रवाई करे, अन्यथा एसपी कार्यालय में आकर जहर पीकर आत्महत्या करने का इशारा चंद्रपुर में आयोजित पत्रपरिषद में पुलिस प्रशासन को दिया था.
इसके बावजूद पुलिस प्रशासन ने उचित कदम नही उठाने पर पीडित आदिवासी महीला ने वरोरा पुलिस स्टेशन परिसर में करिबन 3.45 बजे जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. उसे चंद्रपुर जिला सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया. उसकी हालत गंभीर होने से पुलिस प्रशासन में खलबली मची हुवी है.
एक आदिवासी महीला पर मुस्लिम व्यक्ति द्वारा किए जा रहे अन्याय के खिलाफ संबंधित महीला ने पुलिस स्टेशन में शिकायत करने के बावजूद एपीआय द्वारा आरोपी से कुछ लेन-देन कर उसे बचाने का प्रयास कर रहे थे. उलटा उस महीला पर ही अपराध दर्ज करने का प्रयास किए जाने से वह महीला संतप्त हो गई व उसने एसपी व विशेष पुलिस महानिरिक्षक के पास शिकायत दर्ज की.
इस संदर्भ में चंद्रपुर में पत्रपरिषद भी ली गई. तत्पश्चात आरोपी पर अपराध दर्ज किए गए परंतु आरोपी को गिरफ्तार ना करते हुवे सीधा न्यायालय में पेश किया. दौरान महीला की मांग आरोपी को गिरफ्तार करने व एपीआय पर कार्रवाई करने की थी. लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा उचित कदम नही उठाने पर अन्यायग्रस्त आदिवासी पीडित महीला ने वरोरा पुलिस स्टेशन परिसर में पानी पीने के बोतल में जहर मिलाकर पानी लाया था. जिससे महीला नीचे गीर पडी. उसे तत्काल पुलिस ने ग्रामीण अस्पताल में भर्ती किया. तत्पश्चात उसे चंद्रपुर सरकारी अस्पताल में भर्ती किया.
दौरान पुलिस ने एक्ट्रासिटी एक्ट के तहत खांबाडा के आरोपी रिजवान शेख 32, मोहसीन शेख 24, दानिश शेख 27 को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी मोहम्मद शेख 61 यह स्वास्थ से अनफिट होने के कारण उन्हे गिरफ्तार नही किया. उन्हे वरोरा न्यायालय में पेश किया गया. आरोपीयों को एमसीआर भेजा गया.
निराशा से उठाया कदम -एसडीपीओ नोपानी
पीडित महीला चंद्रपुर में जिला पुलिस अधिक्षक कार्यालय में जानेवाली थी. परंतु एडिशनल एसपी रीना जनबंधु वरोरा में उपस्थित रहने के कारण उसे वरोरा पुलिस स्टेशन बुलाया गया. इस समय एड. एसपी जनबंधु, एसडीपीओ आयुष नोपानी, डीवायएसपी योगेश रांझनकर, वरोरा थानेदार व 2 महीला पुलिस अधिकारी उपस्थित थे.
उस दौरान उसे समझाने का व कानूनन कार्रवाई का पक्ष समझाने का प्रयास किया जा रहा था. परंतु महीला के अपेक्षा नुसार ना होने से निराशा में महीला ने जहर पीकर आत्महत्या करने का कदम उठाने की जानकारी एसडीपीओ आयुष नोपानी ने पत्रपरिषद में दी. मामले में कार्रवाई नही करने से एपीआई निलेश चवरे का तबादला किया गया. आगे की जांच वरोरा पुलिस कर रही है.