शहर के कई ट्रैफिक सिग्नल बंद, यातायात समस्या से जूझ रहे है शहर वासी

    Loading

    चंद्रपुर. चंद्रपुर शहर का तेजी से विकास हुआ है. यहां नगर पालिका काल के समय और महानगर पालिका दर्जा मिलने के बाद भी शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से हो इसलिए चौक चौक में ट्रैफिक सिग्नल लगाये गए है. मात्र इनमें से चंद सिग्नल काम कर रहे है अन्य सिग्नल बंद पडे हुए ऐसे में पीक टाईम जैसे कि सुबह 10 से 12 और शाम 6 से 8 बजे के बीच यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमा जाती है. कई बार वाहन एक दूसरे टकराने से वाहन धारकों में गालीगल्लौच से लेकर मारपीट तक की स्थिति निर्माण हो जाती है. शहर की बढती आबादी की तुलना में शहर की सडके काफी संकरी है ऐसे में ट्रैफिक सिग्नल बंद पडने से और भी विकट स्थिति निर्माण हो जातीहै. 

    उल्लेखनीय है कि नगर पालिका काल में जब शहर का समूचित विकास नहीं हुआ था उस समय परकोटे के भीतर ही मुख्य मार्केट और अन्य सभी दुकानें हुआ करती थी. यहां दोनों रास्तों पर यातायात भी काफी थी. परंतु महानगर पालिका दर्जा मिलने के बाद शहर का तेजी से विकास हुआ है और शहर के चारों कोनों में अब दूर दूर तक रिहायशी इलाके नजर आने लगे है. ऐसे में पूर्व तुलना में चौराहों पर यातायात का विस्तार हुआ है.  यहां चौराहों पर यातायात सुचारू रूप से हो इसलिए ट्रैफिक विभाग और शहर मनपा के संयुक्त तत्वावधान में ट्रैफिक सिग्नल लगाये गए है. 

    शहर के परकोटे के भीतर म. गांधी मार्ग पर मिलन चौक, जयंत टाकीज चौक, छोटा बाजार चौक ट्रैफिक सिग्नल है, वहीं कस्तूरबा रोड पर आजाद बगीचा चौक, गिरनार चौक,बागला चौक में सिग्नल दिया गया है. परकोटे के बाहर प्रियदर्शनी चौक, सावरकर चौक, बंगाली कैम्प चौक, ट्रैफिक आफिस के पास, नागपुर रोड पर पुराना वरोरा नाका, जनता कालेज चौक, ट्राईस्टार होटल के पास ट्रैफिक सिग्नल दिया गया है. इनमें से बस स्टैंड के पास सावरकर चौक में ट्रैफिक सिग्नल शुरू नजर आता है.  अन्य स्थानों पर सिग्नल बंद चालू की स्थिति में है. शहर में 18 से अधिक ट्रैफिक सिग्नल है. जिसमें 7 ट्रैफिक सिग्नल शुरू है. बाकी सभी ट्रैफिक सिग्नल बंद पडे हुए है.

    शहर के प्रमुख मार्गों के ट्रैफिक सिग्नल बंद होने के की स्थिति में वाहन चालक बेतरतीब तरीके से वाहन चलाने के कारण हर पांच दस मिनट में ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्माण हो जाती है. ऐसे में दुर्घटना का खतरा बना रहता है. 

    शहर के गांधी चौक से पठानपुरा गेट की ओर जानेवाले मार्ग पर मिलन चौक, जयंत टाकीज चौक में ट्रैफिक सिग्नल कई दिन से बंद पड़े हुए है. यहां चारों ओर से ट्रैफिक शुरू रहता है. विशेषकर दुपहिया वाहन चालक गलियों से निकलकर सीधे चौक में आ आते है. इसी तरह चंद्रपुर_ नागपुर मार्ग पर अत्यंत महत्वपूर्ण चौक ट्राईस्टार होटल के पास चौक में सिग्नल बंद पड़ा हुआ है. इस चौक से उर्जानगर की ओर बडे मालवाहक भारी वाहनों का आवागमन होता है. ट्रैफिक कार्यालय से तुकूम की ओर जानेवाले मार्ग पर भी सिग्नल बंद पड़ा हुआ है. इससे नागपुर तुकूम की ओर जानेवाले , वरोरानाका चौक की ओर जानेवाले वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पडता है. शहर में ट्रैफिक सिग्नल के मैन्टेनेस का खर्चा मनपा उठाती है.

    ट्रैफिक विभाग का काम केवल ट्रैफिक सिग्नल के उपयोग और उसके शुरू और बंद करने की जिम्मेदारी है. कई दिनों से ट्रैफिक सिग्नल के मेन्टेनेस की निधि राज्य सरकार से मनपा को नहीं मिल पायी है जिसके कारण संबंधित ठेकेदार के बिल अटके हुए है इस वजह से ट्रैफिक सिग्नल रामभरोसे चल रहे है.इसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड रहा है. ट्रैफिक विभाग ने बंद पडे ट्रैफिक सिग्नल शुरू कराने और नये चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का प्रस्ताव भेजा है परंतु मनपा प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.