युवती की मौत पर भड़का जनाक्रोश; विस में भी गूंजा मामला, लोगों ने निकाला कैंडल मार्च

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    • मृत्यु के बताए जा रहे कारणों पर उठ रहे सवाल
    • तुकूम तालाब परिसर में रहने वाली 20 वर्षीय युवती 16 मार्च को संदिग्ध अवस्था में मिली थी. उसे गंभीर अवस्था में उसके अन्य साथियों ने निजी अस्पताल लाया. जहां उसकी अवस्था गंभीर देख उसे जिला सामान्य अस्पताल रेफर किया गया. जहां उसकी मौत हो गई.
    • युवती के साथ हुए हादसे को लेकर कई तरह के संदेह जताए जा रहे थे. पुलिस द्वारा बताए गए कारणों पर लोग सवाल उठा रहे हैं.
    • उसके प्रेमी अभिषेक देशभ्रतार द्वारा वाहन से टकराने से युवती की मौत होने की बात कही गई. जिसके बाद पडोली पुलिस ने वाहन को खोज निकाला और वाहन चालक को भी गिरफ्तार किया. जिसने अपना अपराध कबूल कर लिया है. किंतु मृतक के परिजनों समेत संगठनों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की है.

    चंद्रपुर. तुकूम तालाब परिसर में रहने वाली युवती की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत का मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है. विभिन्न संगठनों द्वारा इस मामले की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की जा रही है. इस बीच, विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने भी सोमवार को विधानसभा में जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हुए युवती की संदिग्ध मौत की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की. उधर, तुकूम मातोश्री विद्यालय के परिसर में नागरिकों ने कैंडल मार्च निकालकर मृतका को न्याय दिलाने की मांग की.

    जिले की कानून व्यवस्था बिगड़ी : मुनगंटीवार

    सोमवार को विधानसभा में विधायक मुनगंटीवार ने इस मामले को उठाया. उन्होंने कहा कि युवती की संदेहास्पद मृत्यु की विस्तृत जांच होनी चाहिए. जांच के निष्कर्ष के अनुसार दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. यह मामला अत्यंत गंभीर है. महिला सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. जिले की कानून व्यवस्था पर भी उन्होंने सवाल उठाए.

    गोंडवाना विदर्भ मुक्ति संगठन ने भी जताई चिंता

    गोंडवाना विदर्भ मुक्ति संगठन के संयोजक योगेश समरीत ने जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर जिले में महिला अत्याचार और दुष्कर्म के मामले बढ़ने पर चिंता जताई है. युवती की मौत पर संदेह जताते हुए उसके परिवार ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है. पुलिस की जांच पर नागरिक प्रश्न उठा रहे हैं. नागरिकों का कहना है कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है.

    इससे पूर्व भी बल्लारपुर तहसील के केम तुकूम में एक 22 वर्षीय आदिवासी लड़की पर दुष्कर्म होने की घटना में पुलिस ने चार्जशीट में आरोपियों को बचाने का प्रयास किया. इसी तरह 3 वर्ष पूर्व मूल तहसील के नागाला में 3 वर्षीय बच्ची पर दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने चार्जशीट में आरोपी को बचाने का प्रयास किया और आरोपी कोर्ट से रिहा हो गया. 6 माह पूर्व बाबूपेठ में एक लड़की पर जानलेवा हमला हुआ. इसके विरोध में महाराष्ट्र तेली समाज आरक्षण संघर्ष समिति ने आंदोलन किया था. केस को फास्टट्रैक अदालत में चलाने की मांग की थी. पुलिस ने आश्वासन के बाद भी मामले पर ध्यान नहीं दिया.